CM Bhagwant Mann: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान में लेप्टोस्पायरोसिस, एक दुर्लभ जीवाणु संक्रमण, का पता चला है. यह संक्रमण फेफड़ों और गुर्दे जैसे महत्वपूर्ण अंगों को प्रभावित कर सकता है और गंभीर मामलों में जानलेवा हो सकता है. मोहाली के फोर्टिस अस्पताल के डॉक्टरों ने इसकी पुष्टि की है, लेकिन उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री की नाड़ी पूरी तरह से स्थिर है और वे उपचार पर अच्छी प्रतिक्रिया दे रहे हैं.
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, डॉ. आरके जायसवाल, फोर्टिस अस्पताल के कार्डियोलॉजी विभाग के प्रमुख, ने कहा कि मुख्यमंत्री के स्वास्थ्य में सुधार के संकेत मिले हैं. उन्होंने बताया कि फुफ्फुसीय धमनी दबाव के उपचार पर भी उनकी स्थिति अच्छी है. प्रारंभिक जांच में उष्णकटिबंधीय बुखार का संदेह था, लेकिन ब्लड टेस्ट ने लेप्टोस्पायरोसिस की पुष्टि की है. मौजूदा समय में मुख्यमंत्री के सभी महत्वपूर्ण अंग स्थिर हैं.
डॉ. आरके जसवाल ने बताया कि मुख्यमंत्री भगवंत मान को पहले से ही उचित एंटीबायोटिक्स दी जा रही हैं, और उनके सभी हेल्थ टेस्ट में सुधार देखा गया है. मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुसार, 50 वर्षीय भगवंत मान को बुधवार रात 'नियमित स्वास्थ्य जांच" के लिए फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था. शुक्रवार को उन्होंने हृदय संबंधी कई टेस्ट करवाए, जिनकी रिपोर्ट शनिवार को आई. रिपोर्ट में पुष्टि हुई कि आम आदमी पार्टी (आप) के नेता लेप्टोस्पायरोसिस से प्रभावित हैं.
अस्पताल ने पहले जारी किए गए एक बयान में कहा था कि मुख्यमंत्री की फुफ्फुसीय धमनी में दबाव बढ़ गया, जिससे उनके हृदय पर दबाव पड़ा और ब्लड प्रेशर असामान्य हो गया. हालांकि, उनके सभी अंग पूरी तरह से स्थिर हैं. डॉक्टर हृदय संबंधी जांच के नतीजों के आधार पर आगे का फैसला करेंगे.
लेप्टोस्पायरोसिस एक दुर्लभ जीवाणु संक्रमण है, जो लेप्टोस्पाइरा नामक बैक्टीरिया के कारण होता है. यह संक्रमण आमतौर पर पानी या मिट्टी के जरिए फैलता है, खासकर जब व्यक्ति संक्रमित पानी के संपर्क में आता है. लेप्टोस्पायरोसिस शरीर के कई अंगों को प्रभावित कर सकता है, जैसे फेफड़े, गुर्दे और दिल.
इसके लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, और कभी-कभी जी मिचलाना और उल्टी शामिल हो सकते हैं. गंभीर मामलों में, यह स्थिति जानलेवा हो सकती है. इसका उपचार एंटीबायोटिक्स द्वारा किया जाता है, और समय पर इलाज करना बहुत महत्वपूर्ण है. यदि सही समय पर चिकित्सा नहीं की गई, तो यह बीमारी गंभीर रूप ले सकती है. First Updated : Saturday, 28 September 2024