जब…मुलायम सिंह यादव ने दरोगा को 10 सकेंड में पटका, फिर 5 दशक तक विरोधियों को देते रहे सियासी पटखनी
सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का सोमवार की सुबह गुरूग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। वह लम्बें समय से अस्वस्थ थे। बीते 2 अक्टूबर को उन्हें नाजुक स्थ्ति में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
नई दिल्ली: सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का सोमवार की सुबह गुरूग्राम के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। वह लम्बें समय से अस्वस्थ थे। बीते 2 अक्टूबर को उन्हें नाजुक स्थ्ति में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी हालत लगातार नाजुक बने रहने के कारण डॉक्टरों की विशेष टीम उनका लगातार इलाज करते रहे लेकिन नेताजी दोबारा से खड़े नहीं हो सके और अपनी 5 दशक से भी उपर की राजनीतिक यादें अपने समर्थकों के बीच छोड़ गए। आईए जानते हैं नेताजी से जुड़े कुछ रोचक बातें….
जब नेताजी ने दरोगा को पटखा
जैसा कि नेताजी के समर्थक जानते हैं कि मुलायम सिंह यादव राजनीति में आने से पहले वह कुश्ती के मजबूत खिलाड़ी हुआ करते थे। कहतें हैं कि एक कार्यक्रम के दौरान मुलायम सिंह यादव ने एक दरोगा को मंच पर ही पटख दिया था। दरअसल, एक कार्यक्रम चल रहा था उनमें कई कवि पहुुंचे हुए थे, उन्हीं में से एक ने सरकार के विरोध नें कविता लिखी थी.. और वह उसी को पढ़ रहे थे लेकिन दो-चार लाईन पढ़ने के बाद सुरक्षाकर्मियों ने उनसे कहा कि आप सरकार के विरोध में लिखी गई कविता को नहीं पढ़ सकते हैं इसी बीच दर्शक दीर्धा से 21 साल युवक निकलकर मंच पर आया और दरोगा को 10 सकेंड के भीतर पटख दिया, वो शख्स कोई और बाद में नेताजी कहलाने वाले मुलायम सिंह यादव थे।
विरोधियों को अपनी राजनीति हुनर से देते रहे पटखनी
नेताजी अपने जीवनकाल में लगभग 5 दशक तक सक्रिय राजनीति में रहे। इस दौरान वह एक साधारण कार्यकर्ता होने से लेकर देश के सबसे बड़े प्रदेश के मुख्यमंत्री तक बने। नेताजी ने अपनी राजनीतिक जीवन की शुरूआत साल 1967 में की जब वह मात्र 28 साल की उम्र में पहली बार विधायक बने, जिसके बाद नेताजी 8 बार विधायक, 7 बार सांसद, 3 बार उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री समेत देश के रक्षा मंत्री का पदभार भी संभाला।