बंद फ्लैट में मिली 70 साल की मां और बेटे की लाश...युवक के शव पर कहां से आए चोट के निशान?, पुलिस जांच में जुटी
पुलिस अधिकारी ने बताया कि घर का मेन गेट अंदर से बंद था और बार-बार खटखटाने के बावजूद कोई जवाब नहीं मिला. दमकल कर्मियों के साथ मौके पर पहुंचकर पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो मां-बेटे मृत पाए गए. व्यक्ति के शव पर चोट के निशान मिले हैं. इसके बाद पुलिस का शक और गहरा गया है.
महाराष्ट्र के रायगढ़ के कामोठे में बुधवार को 70 साल की एक महिला और उसका बेटा अपने फ्लैट के अंदर मृत पाए गए. जानकारी के अनुसार, जब उनके शव निकाले गए तो फ्लैट एलपीजी गैस से भरा हुआ था. मृतकों की पहचान गीता भूषण जग्गी और उनके बेटे जितेंद्र (45) के रूप में हुई है.
शाम करीब 4 बजे पीड़ितों के रिश्तेदार उनसे मिलने आए. नवी मुंबई पुलिस के अधिकारी ने बताया कि घर का मुख्य दरवाजा अंदर से बंद था और बार-बार खटखटाने के बावजूद कोई जवाब नहीं मिला.इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई, दमकल विभाग की एक टीम दरवाजा तोड़कर अंदर घुसी तो वहां के हालात देखकर हैरान रह गए.
पूरे फ्लैट में भरी थी गैस
दमकल विभाग ने बताया कि उनके घर में एलपीजी की आपूर्ति करने वाले पाइप का नॉब खुला हुआ था, जिससे गैस पूरे फ्लैट में भर गई. दमकलकर्मियों ने नॉब बंद किया और बाद में पीड़ितों को बेसुध पड़ा पाया. सूत्रों ने बताया कि व्यक्ति के शरीर पर चोट के निशान थे. मृतक व्यक्ति 15 साल पहले अपनी पत्नी से अलग हो गया था और वह पास में ही रहती थी. शवों को स्थानीय सरकारी अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया.
मृतकों के शरीर पर मिलें चोट के निशान
रिपोर्ट्स के मुताबिक, जितेंद्र ने 15 साल पहले अपनी पत्नी से अलग होकर अपनी मां के साथ रहना शुरू किया था. अभी तक इस मामले में कोई केस दर्ज नहीं किया गया है, लेकिन पुलिस की जांच चल रही है. शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, ताकि मौत के कारणों का पता चल सके.
संदिग्ध कारणों पर जांच जारी
इस मामले में पुलिस यह जांच कर रही है कि गैस के रिसाव का कारण क्या था. क्या यह दुर्घटना थी या फिर हत्या का प्रयास किया गया था. घर के भीतर भरी गैस के कारण दम घुटने की आशंका जताई जा रही है, लेकिन चोट के निशान मृतकों के शरीर पर परिस्थितियों को और संदिग्ध बना रहे हैं.