शिवाजी महाराज की मूर्ति ढहने पर PM मोदी ने क्यों मांगी माफी? राहुल गांधी ने बताई ये वजह
Rahul Gandhi: महाराष्ट्र में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने की घटना से सियासी घमासान जारी है. विपक्ष सत्ता पक्ष के ऊपर एक से बढ़कर एक आरोप लगते हुए निशाना साधने का काम कर रहा है. वहीं पीएम मोदी ने इस मामले को लेकर माफी भी मांग ली है. इस बीच अब राहुल गांधी ने पीएम मोदी की माफी और मूर्ति को नुकसान पहुंचाने की परिस्थितियों पर चिंता जताई. गांधी ने माफ़ी के पीछे कई संभावित कारणों पर प्रकाश डाला, और संकेत दिया कि इसमें कुछ गहरे मुद्दे हो सकते हैं.
Rahul Gandhi: महाराष्ट्र में छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति गिरने की घटना ने राजनीतिक बवाल मचा दिया है, विपक्षी नेताओं ने इस स्थिति से निपटने के तरीके पर सवाल खड़े किए हैं. कुछ दिन पहले कथित तौर पर तोड़ी गई मूर्ति की काफी आलोचना हुई थी. घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांगते हुए कहा, 'मैं शिवाजी महाराज से माफ़ी मांगता हूं.' हालांकि, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने महाराष्ट्र के सांगली में एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी की माफ़ी और मूर्ति को नुकसान पहुंचाने की परिस्थितियों पर चिंता जताई. गांधी ने माफ़ी के पीछे कई संभावित कारणों पर प्रकाश डाला, और संकेत दिया कि इसमें कुछ गहरे मुद्दे हो सकते हैं.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सभा को संबोधित करते हुए सुझाव दिया कि मूर्ति के निर्माण का ठेका राजनीतिक पक्षपात के आधार पर दिया गया होगा. 'शायद इस मूर्ति का ठेका आरएसएस के किसी व्यक्ति को दिया गया था. शायद प्रधानमंत्री अब कह रहे हैं कि ठेका योग्यता के आधार पर दिया जाना चाहिए था,' गांधी ने निर्णय लेने की प्रक्रिया में संभावित राजनीतिक प्रभाव का संकेत देते हुए अनुमान लगाया.
यहां कुछ दिन पहले छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति टूट गई।
— Congress (@INCIndia) September 5, 2024
इसके बाद नरेंद्र मोदी जी ने कहा- 'मैं शिवाजी महाराज से माफी मांगता हूं।'
माफी मांगने के अलग-अलग कारण हो सकते हैं-
• इस मूर्ति का कान्ट्रैक्ट RSS के किसी व्यक्ति को दिया गया हो.. शायद प्रधानमंत्री कह रहे हों कि मुझे… pic.twitter.com/fPpqNUyFI5
'मूर्ति के रखरखाव में बरती गई लापरवाही'
इसके अलावा, गांधी ने संभावित भ्रष्टाचार पर भी चिंता जताई. उन्होंने कहा, 'मूर्ति के निर्माण में भ्रष्टाचार हुआ होगा और शायद प्रधानमंत्री इसके लिए माफ़ी मांग रहे हैं.' उन्होंने इस तरह की महत्वपूर्ण परियोजनाओं में पारदर्शिता की आवश्यकता पर ज़ोर दिया. गांधी ने अधिकारियों की इस बात के लिए भी आलोचना की कि उन्होंने मूर्ति की दीर्घायु सुनिश्चित नहीं की. उन्होंने कहा, 'आपने छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति तो बना दी, लेकिन आपने यह सुनिश्चित करने का ध्यान नहीं रखा कि यह खड़ी रहे.' उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के स्मारक के रखरखाव में लापरवाही बरती गई है.
'हर व्यक्ति से माफ़ी मांगे PM मोदी'
गांधी ने मोदी पर अपनी सरकार के कामों के ज़रिए शिवाजी महाराज की विरासत का अपमान करने का आरोप लगाते हुए अपनी बात समाप्त की. गांधी ने कहा, 'नरेंद्र मोदी ने शिवाजी महाराज का अपमान किया है. उन्हें न केवल शिवाजी महाराज से बल्कि महाराष्ट्र के हर व्यक्ति से माफी मांगनी चाहिए.' उन्होंने राज्य के लोगों से व्यापक और ज़्यादा सार्थक माफ़ी मांगने का आह्वान किया, जो शिवाजी महाराज का बहुत सम्मान करते हैं. दरअसल, प्रतिमा तोड़े जाने की घटना अब महाराष्ट्र के राजनीतिक परिदृश्य में विवाद का विषय बन गई है, तथा विपक्षी नेता इसका इस्तेमाल सत्तारूढ़ सरकार की ईमानदारी और जवाबदेही पर सवाल उठाने के लिए कर रहे हैं.