राकेश टिकैत पर क्यों फेंकी गई स्याही?

एक बार फिर किसान नेता राकेश टिकैत चर्चा में हैं लेकिन इस बार मुद्दा किसान आंदोलन का नहीं है ये मामला है उनके विरोध का। दरअसल कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में किसान नेता राकेश टिकैत के ऊपर स्याही फेंकी गई है।

Janbhawana Times
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एक बार फिर किसान नेता राकेश टिकैत चर्चा में हैं लेकिन इस बार मुद्दा किसान आंदोलन का नहीं है ये मामला है उनके विरोध का। दरअसल कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में किसान नेता राकेश टिकैत के ऊपर स्याही फेंकी गई है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान धक्कामुक्की के बाद इस घटना को अंजाम दिया गया। इसके बाद राकेश टिकैत के समर्थकों ने आरोपी को पकड़कर उसकी पिटाई भी कर दी। वहीं इस घटना के बाद कार्यक्रम में जमकर एक दूसरे के ऊपर कुर्सियां फेंकी गईं।

ताजा जानकारी के अनुसार इस घटना के बाद पूरे मामले में तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है। बताया जा रहा है कि ये स्याही स्थानीय किसान नेता के चंद्रशेखर के समर्थकों ने फेंकी है। वहां मौजूद लोगों ने बताया कि जब प्रेस वार्ता के दौरान पत्रकारों ने टिकैत से पूछा कि किसान नेता चंद्रशेखर को लेकर आपका क्या कहना है। इसपर जवाब देते हुए टिकैत ने कहा कि हमारा उससे कोई लेना-देना नहीं है। बस इतना सुनते ही चंद्रशेखर के समर्थक भड़क गए और टिकैत पर स्याही फेंक दी।

राकेश टिकैत के अलावा आरोपियों ने युद्धवीर सिंह पर भी काली स्याही फेंकी है। ये घटना उस समय हुई, जब टिकैत पत्रकारों से बात कर रहे थे। इसी दौरान कुछ युवक वहां आए और स्याही फेंक दी। अचानक हुई इस घटना के दौरान राकेश टिकैत के चेहरे, कपड़ों और पगड़ी पर स्याही गिरी। इस दौरान आरोपियों ने धक्का मुक्की भी की और कुर्सियां भी तोड़ीं। ऐसा माना जा रहा है कि ये लोग किसान नेता कोडिहल्ली चंद्रशेखर के समर्थक हो सकते हैं। कोडिहल्ली चंद्रशेखर के खिलाफ एक निजी चैनल ने हाल ही में एक स्टिंग ऑपरेशन कर इस बात का दावा किया था कि किसान आंदोलन के नाम पर चंद्रशेखर पैसों की उगाही करते हैं इस स्टिंग ऑपरेशन में चंद्रशेखर ने किसान नेता युद्धवीर सिंह का नाम लिया था।

इस पर सफाई देने के लिए राकेश टिकैत और युद्धवीर सिंह सोमवार को बेंगलुरु आए थे और गांधी भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे। इस प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा कि उनका किसान नेता कोडिहल्ली चंद्रशेखर के आरोप बिल्कुल निराधार हैं उनका चंद्रशेखर से कोई लेना देना नहीं है। स्याही फेंके जाने की घटाना के बाद किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि स्थानीय पुलिस की ओर से यहां कोई सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई है। ये सरकार की मिलीभगत से किया गया है।

टिकैत पर स्याही फेंकने के बाद चंद्रशेखर के समर्थक और राकेश टिकैत के समर्थक के बीच जमकर कुर्सियां चलने लगीं। दोनों ओर से हाथापाई की भी खबर है। बता दें कि राकेश टिकैत भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीव प्रवक्ता हैं और उनके बड़े भाई नरेश टिकैत भाकियू के अध्यक्ष हैं। राकेश टिकैत सरकार के खिलाफ बयानबाजी के लिए काफी सुर्खियों में रहते हैं। हाल ही में उन्होंने यूपी की योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि अगर किसानों की ट्राली रोकी गई तो थानों में भूसा भर दिया जाएगा। इसके अलावा टिकैतने ये भी कहा था कि सरकार ने नलकूपों पर मीटर लगाने की तैयारी की है। अगर जबरदस्ती मीटर लगाए गए तो किसानों के नलकूपों पर लगाए मीटर थानों में भरे मिलेंगे।

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30 May 2022, 08:47 PM IST

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