4 महीने के बेटे को लेकर पत्नी चलाना चाहती थी स्कूटी, पति ने किया मना तो बच्चा सहित ट्रेन में कूदकर दे दी जान
राजस्थान के मदार स्टेशन के पास एक महिला अपने पति की बातों से नाराज होकर ट्रेन के आगे कूद गई. वहीं उसके साथ उसका 4 महीने का बेटा भी था. सूचना मिल रही है कि महिला को उसके पति ने घर से बाहर जाने से रोका था. ट्रेन की पटरी पर महिला और उसके बच्चे का शव दूर-दूर तक फैला था. रेलवे अधिकारी की तरफ से उसके परिवार वालों को सूचना दी गई और संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है.
राजस्थान के अजमेर जिले के अलवर से एक दिल दहला देने वाली खबर मिल रही है. जहां गेट थाना क्षेत्र में बीते दिन यानी सोमवार की देर रात एक महिला ने अपने चार महीने के बच्चे के साथ ट्रेन में कूदकर खुदखुशी कर ली. इस बात की पुष्टि पुलिस द्वारा की गई है. थानाधिकारी श्याम सिंह का कहना है कि जगदंबा कॉलोनी की रहने वाली 24 वर्षीय महिला जिसका नाम प्रियंका चौरसिया है.
उन्होंने अपने चार महीने के मासूम बेटे जिसका नाम हरयांश है. उसके साथ उनका शव मदार रेलवे स्टेशन के पास पटरी पर पाया गया है. उनका कहना है कि इस संबंध में जीआरपी थाने से पुलिस को सूचना दे दी गई है, वहीं आज यानी 23 जुलाई को पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों के हवाले कर दिया जाएगा.
पति ने रोका तो दे दी जान
महिला की मौत पर जब जांच शुरू की गई तो पता चला कि प्रियंका के पति और मां ने उसे स्कूटी से बाहर जाने पर रोका था. जिस बात से दुखी होकर वह अपने बेटे को लेकर घर से बाहर चली गई और ट्रेन के आगे कूद गई. मिली जानकारी के मुताबिक एक साल पहले ही मृतका प्रियंका का विवाह अमृतसर के रहने वाले करण से हुई थी.
पति काम करने अजमेर आया हुआ था, एक दिन की बात है 4 महीने के बेटे को लेकर प्रियंका स्कूटी से कहीं घूमने जाना चाहती थी. जिसके बाद पति ने उसे जाने से रोका और कहा कि चारों तरफ पानी भरा हुआ है, स्कूटी लेकर बाहर न जाए. फिसलने से चोट लग सकती है. ये बात उसे अच्छी नहीं लगी और उसने देर रात 12 बजे ट्रेन में बच्चा सहित कूदकर आत्महत्या कर ली.
पटरी पर शव के हजार टुकड़े
पुलिस के अनुसार मदार स्टेशन के पास अंधेरी रात में प्रियंका अपने बेटे को लेकर गुस्से में बैठी थी. जैसी ही ट्रेन सामने आई वह बच्चा सहित उसके आगे कूद गई. लोको पायलट ने ट्रेन रोकने की कोशिश की मगर तब तक लगभग आधा किलोमीटर तक प्रियंका और उसके बेटे के शव के टुकड़े-टुकड़े हो गए. वहीं रेलवे कर्मचारी को उसके पास से कुछ दस्तावेज मिले. जिसके आधार पर उसकी पहचान की गई.