क्या महाराष्ट्र में लॉरेंस बिश्नोई के चुनावी सफर की होगी शुरुआत? रिटर्निंग ऑफिसर से मांगा गया नॉमिनेशन फॉर्म!
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई इन दिनों चर्चा में हैं क्योंकि एक पार्टी ने उन्हें विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन फॉर्म मांगने का पत्र लिखा है. क्या वह अपनी राजनीतिक पारी शुरू करने जा रहे हैं? हाल ही में हुए बाबा सिद्दीकी हत्याकांड में उनका नाम भी सामने आया है, जिससे उनकी चर्चा और बढ़ गई है. जानें, इस घटनाक्रम के पीछे क्या है और लॉरेंस की राजनीतिक योजनाएं क्या हो सकती हैं!
Lawrence Bishnoi: गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई, जो इस समय गुजरात की साबरमती जेल में बंद हैं, एक बार फिर से सुर्खियों में हैं. हाल ही में हुए बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के बाद उनके नाम पर चर्चा शुरू हो गई है. अब सवाल उठ रहा है कि क्या लॉरेंस बिश्नोई अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत करने वाले हैं? दरअसल, महाराष्ट्र की एक पार्टी ने उनके नामांकन के लिए रिटर्निंग ऑफिसर से फॉर्म मांगा है.
बांद्रा पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के रिटर्निंग अधिकारी को भेजे गए पत्र में उत्तर भारतीय विकास सेना पार्टी ने एबी फॉर्म की मांग की है. पार्टी ने पत्र में लिखा है, 'हम एक राष्ट्रीय और महाराष्ट्र राज्य पंजीकृत राजनीतिक दल हैं और हमारे उम्मीदवारों के लिए फॉर्म ए और फॉर्म बी जारी करने के लिए अधिकृत हैं.' इस पत्र में पार्टी ने लॉरेंस बिश्नोई को अपने उम्मीदवार के रूप में नामित किया है.
पार्टी के अध्यक्ष के रूप में पंडित सुनील शुक्ला ने यह लेटर लिखा है, जिसमें लॉरेंस बिश्नोई के लिए नॉमिनेशन फॉर्म जारी करने का अनुरोध किया गया है. पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि बांद्रा पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के लिए चुनाव आचार संहिता के नियमों के अनुसार वे इसके लिए भुगतान करने के लिए तैयार हैं.
लॉरेंस बिश्नोई का कनेक्शन
गौरतलब है कि लॉरेंस बिश्नोई का नाम हाल ही में बाबा सिद्दीकी के हत्याकांड में सामने आया है. 12 अक्टूबर को एनसीपी के वरिष्ठ नेता बाबा सिद्दीकी की उनके बेटे के दफ्तर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में कुछ ही दिनों में कई लोग गिरफ्तार हुए और लॉरेंस का कनेक्शन तब सामने आया जब सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में उसके नाम से जिम्मेदारी ली गई.
इसके अलावा लॉरेंस ने बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान को भी जान से मारने की धमकी दी थी. उसने सलमान के घर के बाहर फायरिंग भी करवाई थी, जिसके चलते अभिनेता की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया था.
चुनाव आयोग का फैसला
हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि चुनाव आयोग लॉरेंस बिश्नोई को ए और बी फॉर्म देगा या नहीं. इस बीच, राजनीतिक गलियारों में लॉरेंस की संभावित राजनीतिक एंट्री को लेकर चर्चा तेज हो गई है.
इस पूरी स्थिति ने यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि क्या गैंगस्टर वास्तव में राजनीतिक पारी खेलने के लिए तैयार हैं? या यह सिर्फ एक और योजना है? आने वाले समय में इसके उत्तर मिलना तय है. लॉरेंस बिश्नोई का नाम अब सिर्फ अपराध की दुनिया में नहीं, बल्कि राजनीति के मैदान में भी सुनाई देने लगा है.