'क्या नीतीश कुमार और लालू यादव फिर से एक होंगे? बिहार की राजनीति में नया ट्विस्ट!'
लालू यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए 'दरवाजे खुले हैं' कहकर नया राजनीति हलचल मचा दिया है। इसके बाद नीतीश कुमार ने रहस्यमयी तरीके से प्रतिक्रिया दी, जिससे दोनों नेताओं के बीच एक और गठबंधन की चर्चा तेज हो गई है। क्या बिहार में फिर से इन दोनों नेताओं का साथ होगा? तेजस्वी यादव ने इस बयान को मीडिया की जिज्ञासा भर बताया, लेकिन फिर भी बिहार की राजनीति में नए मोड़ की उम्मीदें बढ़ गई हैं। जानिए पूरी कहानी में क्या है!
Bihar Politics: बिहार की राजनीति में इन दिनों फिर से हलचल मच गई है, जब राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए उनके दरवाजे खुले हैं। इस बयान ने बिहार के राजनीतिक गलियारों में एक नई चर्चा का आगाज कर दिया है। पिछले कुछ सालों में, नीतीश कुमार और लालू यादव के बीच कई उतार-चढ़ाव आ चुके हैं, जिसमें कई गठबंधन बने और टूटे, लेकिन इस बार की टिप्पणी ने एक और गठबंधन की संभावना को हवा दी है। तो, नीतीश कुमार ने इस पर क्या प्रतिक्रिया दी? क्या बिहार में फिर से इन दोनों नेताओं के बीच गठबंधन हो सकता है? आइए जानते हैं।
लालू यादव ने क्या कहा?
लालू यादव ने हाल ही में एक साक्षात्कार में कहा, "नीतीश कुमार के लिए हमारे दरवाजे खुले हैं। उन्हें भी अपने दरवाजे खोल देने चाहिए। इससे दोनों तरफ के लोगों की आवाजाही में सुविधा होगी।" यह बयान बिहार की राजनीति के संदर्भ में अहम है, क्योंकि पिछले एक दशक में नीतीश कुमार और लालू यादव दो बार एक साथ सरकार बना चुके हैं। ऐसे में यह बयान यह सवाल खड़ा करता है कि क्या अब एक और गठबंधन हो सकता है?
नीतीश कुमार की प्रतिक्रिया
लालू यादव के इस बयान के बाद, जब पत्रकारों ने नीतीश कुमार से इस बारे में सवाल पूछा, तो उनका जवाब कुछ रहस्यमय था। उन्होंने मुस्कुराते हुए हाथ जोड़े और कहा, "क्या बोल रहे हैं?" इस प्रतिक्रिया से यह साफ नहीं हुआ कि नीतीश कुमार इस बयान को लेकर क्या सोचते हैं। हालांकि, उनकी प्रतिक्रिया से यह महसूस होता है कि फिलहाल इस मुद्दे पर वे ज्यादा टिप्पणी नहीं करना चाहते।
तेजस्वी यादव ने क्या कहा?
लालू यादव के इस बयान पर उनके बेटे और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने इसे हलके में लिया। उन्होंने कहा कि यह बयान मीडिया की जिज्ञासा को शांत करने के लिए था। तेजस्वी ने आगे कहा, "वे (लालू यादव) और क्या कहेंगे? वे बस आपके सवालों का जवाब दे रहे थे।" लेकिन इसके बावजूद, तेजस्वी ने यह भी आरोप लगाया कि नीतीश कुमार अब अपने कुछ करीबी सलाहकारों के प्रभाव में आ गए हैं और वे स्वतंत्र रूप से बिहार को नहीं चला पा रहे हैं।
ललन सिंह ने क्या कहा?
इस मुद्दे पर जेडी(यू) के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने लालू यादव की टिप्पणी को खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, "एनडीए मजबूत है। जेडी(यू) और बीजेपी एकजुट हैं। लोग जो चाहें कह सकते हैं - यह एक स्वतंत्र देश है।" उनका कहना था कि बिहार में फिलहाल नीतीश कुमार की सरकार पूरी तरह से स्थिर है और जेडी(यू) और बीजेपी के बीच कोई दरार नहीं आई है।
क्या हो सकता है भविष्य में?
लालू यादव और नीतीश कुमार के बीच राजनीतिक रिश्ते हमेशा से ही उतार-चढ़ाव से भरे रहे हैं। दोनों ने पहले आरजेडी-जेडी(यू) गठबंधन में साथ काम किया था, फिर भाजपा के साथ भी गठबंधन किया। अब सवाल यह उठता है कि क्या दोनों नेता एक बार फिर साथ आएंगे, या बिहार की राजनीति में एनडीए की स्थिति मजबूत रहेगी?
#WATCH | Patna: Bihar CM Nitish Kumar reacts on being asked about Lalu Prasad Yadav's statement. pic.twitter.com/6Gxb9iOZgP
— ANI (@ANI) January 2, 2025
आखिरकार, यह तो वक्त ही बताएगा कि बिहार की राजनीति में क्या नया मोड़ आता है, लेकिन इस बार के बयान ने सबको सोचने पर मजबूर कर दिया है। क्या बिहार में एक और महागठबंधन बन सकता है? इस सवाल का जवाब आने वाले दिनों में जरूर मिलेगा। लालू यादव और नीतीश कुमार के रिश्ते पर हमेशा से नजरें रहती हैं, और अब एक बार फिर इन दोनों नेताओं के बीच गठबंधन की चर्चा गर्म हो गई है। नीतीश कुमार की रहस्यमयी प्रतिक्रिया और तेजस्वी यादव की सफाई ने इस स्थिति को और भी दिलचस्प बना दिया है। अब यह देखना होगा कि बिहार में किस दिशा में राजनीति का पहिया घूमेंगा!