राज्य सरकार बच्चों को दूषित जल से होने वाली बीमारियों से बचाने के लिए शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराएगी। मुख्यमंत्री आरओ पेयजल योजना के तहत प्रदेश के 14 जिलों के 28,041 विद्यालयों में अल्ट्राफिल्ट्रेशन तकनीक पर आधारित जल शोधन संयत्र लगवाए जाएंगे। ताकि बच्चों को पीने के लिए शुद्ध जल उपलब्ध हो। राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि सरकार प्रदेश में सभी को पीने के लिए शुद्ध जल उपलब्ध कराने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। इसी दिशा में प्रदेश सरकार का प्रयास है कि स्कूलों में बच्चों को पीने के लिए शुद्ध जल उपलब्ध हो। ऑपरेशन कायाकल्प की सफलता के बाद योगी सरकार ने यह मुहिम हाथ में ली है।
शुरुआत में सरकार प्रदेश के 14 जिलों के 28,041 स्कूलों में जल शोधन संयत्र लगवाने जा रही है। बाद में इसे पूरे प्रदेश में किया जाएगा। इसके लिए 2022-23 के बजट में प्रावधान किया गया है। इसका सबसे बड़ा लाभ यह है कि इससे बच्चों को दूषित जल के कारण होने वाली बीमारियों से बचाया जा सकेगा। इससे संचारी रोगों पर रोकथाम में भी बड़ी मदद मिल सकेगी। उल्लेखनीय है कि योगी सरकार बुंदेलखंड जैसे इलाकों में पीने के लिए शुद्ध जल पहुंचाने के लिए कार्य कर रही है, जहां आजादी के बाद से किसी अन्य सरकार ने इस दिशा में सोचा तक नहीं था। योगी सरकार ने 2021-22 के बजट में जल जीवन मिशन के अंतर्गत 15 हजार करोड़ रुपये के बजट का प्रावधान किया था, जिसके सापेक्ष 2022-23 के बजट में 19,500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। First Updated : Sunday, 05 June 2022