'..गोली मार दो', बहराइच में होगा भेड़ियों के आतंक का अंत; जानिए CM योगी का पूरा आदेश
Wolf Terror In Bahraich: बहराइच में भेड़ियों का आतंक 30 से 35 गांवों में फैला हुआ है. 6 आदमखोर भेड़ियों ने 10 ग्रामीणों की जान ले ली है. इसमें 9 बच्चे शामिल हैं. मार्च से भेड़ियों ने वन विभाग के लिए बड़ी चुनौती खड़ी कर दी है. भेड़ियों को पकड़ने के लिए वन विभाग ने 25 टीमें बनाई हैं. हालांकि, हर बार वे भेड़िए चकमा देकर बच निकल रहे हैं. अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से आ चुका है.
Wolf Terror In Bahraich: उत्तर प्रदेश के बहराइच भेड़ियों का आतंक पूरे देश में चर्चा का विषय बना हुआ है. लगभग 35 गांवों के लोग पिछले दो महीनों से भय के माहौल में जी रहे हैं. उन्हें हर समय यह डर सताता है कि कहीं उनके बच्चे भेड़ियों का शिकार न बन जाएं. हालांकि, योगी सरकार के वरिष्ठ अधिकारी जिले में तैनात हैं. प्रतिदिन किसी न किसी मासूम की जान भेड़ियों के हमले में जा रही है. इस बीच, राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि यदि भेड़ियों को पकड़ने में असफल होते हैं, तो उन्हें गोली मार दी जाए.
बहराइच में अब तक भेड़ियों ने 10 लोगों की जान ले ली है. आदमखोर भेड़ियों को पकड़ने के लिए राज्य सरकार ने 'ऑपरेशन भेड़िया' शुरू किया है, लेकिन यह ऑपरेशन अभी तक गांवों में फैले डर को कम करने में सफल नहीं हुआ है. पुलिस बल और वन विभाग की 25 टीमें इस काम में जुटी हुई हैं, फिर भी भेड़िये मासूम बच्चों को अपना शिकार बना रहे हैं.
सीएम योगी ने जताई नाराज़गी
सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक समीक्षा बैठक में भेड़ियों को नहीं पकड़ पाने पर नाराज़गी जताई है. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जल्द से जल्द भेड़ियों को पकड़ा जाए, और अगर वे पकड़ में नहीं आते हैं, तो समय की जरूरत को देखते हुए उन्हें गोली मार दी जाए. उन्होंने कहा कि भेड़ियों को पकड़ने के लिए हर संभव कदम उठाया जाना चाहिए.
भेड़ियों को पकड़ने के लिए टीमों का गठन
वन विभाग का कहना है कि उन्होंने अब तक चार भेड़ियों को पकड़ लिया है. दो और भेड़िये अभी भी घूम रहे हैं. हालांकि, ग्रामीणों का कहना है कि दो से अधिक भेड़िये घूम रहे हैं. मुख्यमंत्री योगी के निर्देशों के बाद, वन विभाग ने 10 और टीमें तैनात कर दी हैं. कई वरिष्ठ अधिकारी बहराइच में मौजूद हैं और अन्य जिलों के डीएफओ और वन कर्मियों को भी इस काम में लगाया गया है. वन विभाग की कई टीमें महसी क्षेत्र में गश्त कर रही हैं और ग्रामीण भी दिन-रात पहरा दे रहे हैं.