महिला आयोग की चेयरमैन रेनू भाटिया व महिला पुलिस कर्मचारी हुई आमने-सामने, दोनों में जमकर हुई बहस
महिला आयोग की चेयरमैन रेनू भाटिया आज कैथल पहुंची जिस बीच सबसे पहले उन्होंने महिला थाना वन स्टॉप सेंटर का निरीक्षण किया उसके बाद सभागार में महिलाओं से संबंधित समस्याओं को सुना
संबाददाता: राजीव मेहता (हरियाणा)
हाइलाइट्स -
गेट आउट बोलकर बाहर जाने पर नाराज हुई महिला पुलिस कर्मचारी..
बोली चेयरमैन है तो इंसल्ट करने के लिए थोड़ी बनी है..
लड़के का मेडिकल करवाने को लेकर हुई जांच अधिकारी पर खफा..
चेयरमैन बोली जो जांच अधिकारी जांच नहीं कर सकता वह लिख कर दे..
गेट से बाहर जाते हुए महिला पुलिस कर्मचारी चेयरमैन को बोली बकवास करती रहती है..
केस को हल्का करने की बाबत डिपार्टमेंट रिएक्शन लेने के लिए एसपी को दिए निर्देश..
महिला आयोग की चेयरमैन रेनू भाटिया आज कैथल पहुंची जिस बीच सबसे पहले उन्होंने महिला थाना वन स्टॉप सेंटर का निरीक्षण किया उसके बाद सभागार में महिलाओं से संबंधित समस्याओं को सुना। एक मामले में सुनवाई के दौरान महिला आयोग चेयरमैन और पुलिस जांच अधिकारी वीना के बीच जबरदस्त विवाद हुआ।
विवाद इतना बढ़ गया कि महिला पुलिस कर्मचारी ने आयोग की चेयरमैन को भरी सभा में बोल दिया कि चेयरमैन बनी हो तो क्या इंसल्ट करने के लिए बनी हो। इसके साथ ही बाहर जाते-जाते गेट पर पहुंच कर बोली की बकवास कर रही है।
बताते चलें कि जब महिला आयोग एक मामले की सुनवाई कर रहा था तो जांच अधिकारी वीना व महिला आयोग की चेयरमैन रेनू भाटिया के साथ विवाद ज्यादा बढ़ गया। गौरतलब है कि महिला आयोग ने एक मामले में इंक्वायरी जांच अधिकारी को लड़के के मेडिकल करवाने के बारे में आदेश दिया था।
महिला आयोग का कहना था कि जांच अधिकारी ने लड़की का तीन बार मेडिकल करवाया। आरोपी लड़के का एक बार भी मेडिकल नही हुआ। जिसको लेकर आयोग जांच अधिकारियों को बार-बार आदेश दे रहा था। मामले की सुनवाई के दौरान महिला आयोग की अध्यक्ष ने जब जांच अधिकारी को इस बारे में पूछा तो उनका जवाब संतोषजनक ना देने के कारण महिला आयोग की अध्यक्ष ने जांच अधिकारी वीना को झाड़ लगाते हुए भरी सभा में बाहर निकाल दिया।
जिसके बाद जांच अधिकारी महिला आयोग की अध्यक्ष पर आग बबूला हो गई और आपस में मामला विवाद में गरमा गया। आपसी विवाद में सामने आया की जिस मामले को लेकर आयोग सुनवाई कर रहा था, जिस पर आयोग ने आरोपी पर मानहानि का दावा डालने की भी बात कही परन्तु बाइट देते समय इंकार किया और कहा कि अगर कोई अधिकारी काम नहीं करना चाहता वो उनको लिखकर दे दे।