महिलाओं की सुरक्षा है हमारी प्राथमिकता: अपने अधिकारों को जानें और चुप न रहें!'-ACP महिला सुरक्षा
एसीपी महिला सुरक्षा, सौम्या सिंह ने महिलाओं से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के लैंगिक अपराध या घरेलू हिंसा को चुपचाप न सहें. उन्होंने महिलाओं को यह सलाह दी कि वे किसी भी समस्या को छिपाए नहीं, बल्कि तुरंत हेल्पलाइन पर संपर्क करें. "मिशन शक्ति" अभियान के तहत महिलाओं को उनके अधिकारों, सुरक्षा और सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जागरूक किया गया. जानिए, इस अभियान में और क्या खास बातें हैं, जो महिलाओं को सशक्त बना सकती हैं!

Noida: महिलाओं की सुरक्षा और उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से, एसीपी महिला सुरक्षा सौम्या सिंह ने महिलाओं से अपील की है कि वे किसी भी प्रकार के लैंगिक अपराध या घरेलू हिंसा को चुपचाप बर्दाश्त न करें. एसीपी ने महिलाओं को यह सख्त संदेश दिया कि यदि किसी को किसी भी प्रकार की समस्या हो, तो उसे तुरंत बताएं, छिपाएं नहीं, क्योंकि सिर्फ बताने से ही समस्या का समाधान हो सकता है.
मिशन शक्ति अभियान के तहत महिलाओं को उनके अधिकारों के बारे में जानकारी दी गई
सौम्या सिंह ने यह संदेश "मिशन शक्ति फेज-5" के तहत अमेटी लॉ स्कूल में आयोजित एक कार्यक्रम में दिया. इस कार्यक्रम में महिला सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के बारे में महिलाओं को जागरूक किया गया. मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत महिला सुरक्षा टीम ने विभिन्न थाना क्षेत्रों, गांवों, सोसायटियों, लेबर कॉलोनियों और बाजारों में जाकर महिलाओं और बच्चियों से बातचीत की.
महिलाओं को सरकारी योजनाओं और सुरक्षा उपायों के बारे में बताया गया
सिंह ने बताया कि इस अभियान के दौरान महिलाओं को सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी गई, जैसे मिशन शक्ति 5.0, शुभ मंगल योजना और साइबर क्राइम से सुरक्षा के उपाय. महिला पुलिसकर्मियों ने भी विभिन्न पुलिस कम्युनिटी प्रोग्राम आयोजित किए और महिलाओं को पॉक्सो एक्ट (POCSO Act) के बारे में विस्तृत जानकारी दी.
लैंगिक अपराधों से बचाव और सुरक्षा के उपायों पर जोर
कार्यक्रम के दौरान, महिलाओं और बच्चियों को लैंगिक अपराधों से बचने के तरीके बताने के साथ ही उन्हें यह भी बताया गया कि अगर वे कभी किसी अपराध का शिकार होती हैं तो कैसे वे पुलिस या हेल्पलाइन से तुरंत सहायता प्राप्त कर सकती हैं. एसीपी ने खासकर इस बात पर जोर दिया कि महिलाएं अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहें और किसी भी समस्या के बारे में बिना डर के बताएं.
सामाजिक सुरक्षा में बढ़ी जागरूकता
यह अभियान महिलाओं के आत्म-सम्मान और सुरक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया. अब महिलाएं न केवल अपनी समस्याओं के बारे में बताने में सक्षम होंगी, बल्कि उन्हें इस बारे में भी पूरी जानकारी मिलेगी कि किस प्रकार वे अपने अधिकारों का पालन कर सकती हैं और अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकती हैं. कुल मिलाकर, यह कार्यक्रम महिलाओं को सशक्त और सुरक्षित बनाने का एक अहम कदम साबित हो रहा है.