तेलंगाना सरकार की ‘आरोग्य महिला योजना’ से महिलाओं को होगा लाभ
आपको बता दें कि केसीआर सरकार की इस योजना के तहत महिलाओं के लिए अलग हेल्प डेस्क और अलग वार्ड होगा।
तेलंगाना की केसीआर सरकार महिलाओं के विकास के लिए हमेशा से कटिबद्ध है। इसके साथ ही महिलाओं की सुरक्षा और उनके स्वास्थ्य को लेकर भी कई कदम उठाती रही है। तेलंगाना सरकार का कहना है कि राज्य में महिलाओं के स्वास्थ्य की सुरक्षा सरकार का मिशन है।
अनुसूचित जाति, महिला एवं बाल कल्याण विभाग मंत्री सत्यवती राठौड़ ने कहा है कि “तेलंगाना में 50 प्रतिशत महिलाएं अलग-अलग स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं और सरकार ने उन्हें स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करने के लिए आरोग्य महिला योजना शुरू की है”।
उन्होंने साफ किया कि यदि परिवार में महिला स्वस्थ होगी तो सब स्वस्थ रहेंगे। मंत्री राठौड़ ने मंगलवार 14 मार्च को जिला केंद्र स्थित सरकारी अस्पताल में एक महिला स्वास्थ्य कार्यक्रम के शुभारंभ के मौके पर ये बातें कहीं।
इसके बाद महिला स्वास्थ्य-इति सौभाग्यम पोस्टर का अनावरण किया गया। एक ही दिन में 15 सामान्य प्रसव कराने वाली मेडिकल टीम को सम्मानित भी किया गया।
आरोग्य महिला योजना
इस मौके पर मंत्री ने कहा कि “स्वास्थ्य महिला क्लीनिक में अटेंडेंट से लेकर डॉक्टर तक सभी महिलाएं होती हैं और महिलाएं बिना किसी डर के अपनी स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में बात कर सकती हैं”। इस मौके पर मंत्री ने कहा कि “नई योजना के तहत महिलाओं को 8 तरह के टेस्ट, दवाइयां, निर्देश और स्वास्थ्य सलाह मुफ्त मिलेगी”।
जिस किसी समस्याओं का समाधान नहीं मिलेगा उन्हें जिला केंद्र में मुख्य औषधालयों में भेजा जाएगा। आपको बता दें कि केसीआर सरकार की इस योजना के तहत महिलाओं के लिए अलग हेल्प डेस्क और अलग वार्ड होगा।
मंत्री ने कहा कि “जो महिलाएं इलाज कराने में सक्षम नहीं हैं वे अपनी समस्याओं के बारे में बात करने में सक्षम नहीं हैं उन्हें तेलंगाना सरकार के अच्छे अवसर का लाभ उठाना चाहिए”।
अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस शुरू हुई योजना
बुधवार 8 मार्च को तेलंगाना के स्वास्थ्य मंत्री तनिरू हरीश राव ने मंत्री गंगुला कमलाकर के साथ करीमनगर के बुट्टीराजाराम कॉलोनी स्थित शहरी स्वास्थ्य केंद्र में आरोग्य मान्य योजना शुभारंभ किया।
इस अवसर पर बोलते हुए, मंत्री हरीश राव ने कहा उन्होंने कहा कि “दुनिया में ऐसी कोई दूसरी स्वास्थ्य महिला योजना नहीं है”। उन्होंने आगे कहा कि “जन्म से लेकर मृत्यु तक और महिलाओं के लिए विशेष योजनाएं लागू की जा रही हैं”।