पहलवान बजरंग पुनिया की राजनीति में नई एंट्री: अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बने

पहलवान बजरंग पुनिया की कांग्रेस में शामिल होने के बाद उनकी नियुक्ति अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में कर दी गई है. इस नियुक्ति ने सवाल खड़े कर दिए हैं—क्या पुनिया हरियाणा विधानसभा चुनाव में उतरेंगे, खासकर जब कांग्रेस ने जुलाना से विनेश फोगाट को टिकट दिया है पुनिया ने भाजपा पर आरोप लगाया कि उसने महिलाओं के मुद्दे पर अनदेखी की, जबकि कांग्रेस और अन्य दल उनके संघर्ष में साथ खड़े रहे. इस सियासी हलचल के बीच पुनिया की नई भूमिका कांग्रेस के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है.

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Haryana Election: हाल ही में ओलंपियन पहलवान बजरंग पुनिया को कांग्रेस पार्टी में शामिल होने के कुछ ही घंटों बाद अखिल भारतीय किसान कांग्रेस का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. इस नियुक्ति की घोषणा कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने की, जिन्होंने एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बजरंग पुनिया की नियुक्ति को तत्काल प्रभाव से मंजूरी दे दी है.

किसानों के साथ कन्धा से कन्धा मिलाएंगे पुनिया

बजरंग पुनिया, जो पहले ही भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों के आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं, उन्होंने इस नई जिम्मेदारी के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल का धन्यवाद अदा किया है. पुनिया ने अपने बयान में कहा कि वह किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े रहेंगे और संगठन के सच्चे सिपाही के रूप में काम करेंगे.

बृजभूषण के खिलाफ किया था विरोध

यह नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि, क्या बजरंग पुनिया हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाग लेंगे, खासकर जब कांग्रेस ने जुलाना से विनेश फोगाट को टिकट दिया है. बता दें कि बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट ने 2023 में डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों के विरोध में प्रमुख भूमिका निभाई थी.

पुनिया ने किया बीजेपी पर कटाक्ष

पुनिया ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह महिलाओं के खिलाफ अत्याचार के मामलों में खड़ी रही है और उन्होंने भाजपा के आईटी सेल पर भी कटाक्ष किया, जिन्होंने उनके विरोध के समय जश्न मनाया था. पुनिया ने कहा कि कांग्रेस और अन्य पार्टियों ने उनके संघर्ष में समर्थन दिया, जबकि भाजपा ने इस मुद्दे पर अनदेखी की.

अब बजरंग पुनिया अखिल भारतीय किसान कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में अपने नए कार्यभार को संभालेंगे और किसानों की समस्याओं को उजागर करने के लिए काम करेंगे. उनकी नियुक्ति से कांग्रेस पार्टी को किसानों के मुद्दों पर और अधिक जोर देने की उम्मीद है.

First Updated : Friday, 06 September 2024