यमुना प्राधिकरण ने लक्ष्य से 25 प्रतिशत ज्यादा कराया निवेश
लखनऊ में आगामी 10 फरवरी को उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन होने जा रहा है। इस ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पहले यमुना प्राधिकरण को मिले 80 हजार करोड़ रुपये का लक्ष्य निर्धारित समय से पहले ही पूरा कर लिया गया है।
ग्रेटर नोएडा: लखनऊ में आगामी 10 फरवरी को उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन होने जा रहा है। इस ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट से पहले यमुना प्राधिकरण को मिले 80 हजार करोड़ रुपये का लक्ष्य निर्धारित समय से पहले ही पूरा कर लिया गया है। इसकी जानकारी खुद यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरुणवीर सिंह ने दी।
यमुना प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरुणवीर सिंह ने बताया कि अब तक लक्ष्य के मुकाबले 25 फीसदी ज्यादा निवेश के लिए समझौता पत्रों पर हस्ताक्षर किए जा चुके हैं। अगले एक सप्ताह में यह आंकड़ा और बढ़ जाएगा। यमुना प्राधिकरण अब तक 1,01,385 करोड़ रुपये का निवेश प्राप्त कर चुकी है। इस लक्ष्य को पूरा करने में भारतीय कंपनियों के साथ ही जापान, कोरिया, डेनमार्क, अमेरिका और कई दूसरी यूरोपियन देशों की मल्टीनेशनल कंपनियां शामिल हैं। शासन ने यमुना प्राधिकरण को 80 हजार करोड़ रुपये का निवेश लाने का लक्ष्य दिया था। अब तक करीब सवा दो लाख करोड़ रुपये के निवेश को लेकर प्रस्ताव मिले हैं। जिसमें से 1.25 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों को लेकर अभी तक एमओयू साइन नहीं हो सके हैं। अब तक 1,01,385 करोड़ रुपये के एमओयू साइन हो चुके हैं। आने वाले दिनों में 6 हजार करोड़ रुपये के एमओयू और साइन होने वाले हैं।
जेवर एयरपोर्ट का नजर आ रहा असरः एनपी सिंह
पूर्व जिलाधिकारी एनपी सिंह ने बताया कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में यमुना प्राधिकरण के बढ़े निवेश का सबसे मुख्य कारण जेवर में बनने वाला नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है। नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा के सकारात्मक असर अब नजर आने शुरू हो गए हैं। एयरपोर्ट के चलते ही निवेशक, कारोबारी और उद्योगपति यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में बड़ी मात्रा में निवेश कर रहे हैं। नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के चलते ही पिछले दो सालों में कोरोना वायरस के चलते यमुना प्राधिकरण के राजस्व में लगातार बढ़ोतरी हुई है।