यूपी उप-चुनाव से पहले सीएम योगी का दिल्ली दौरा, जानें क्या है इसकी असली वजह
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में दिल्ली दौरा किया, जहां उन्होंने पीएम मोदी से मुलाकात की. यह दौरा खास उस समय हुआ जब यूपी में नौ सीटों पर उप-चुनाव की तैयारियां चल रही हैं. जानिए, इस दौरे के पीछे की असली वजहें क्या हैं और कैसे यह चुनावों को प्रभावित कर सकता है. क्या यह सिर्फ उप-चुनाव के लिए है या फिर कुछ और सियासी समीकरण भी जुड़े हैं? पूरी जानकारी के लिए पढ़ें हमारी खास रिपोर्ट!
UP By-Elections: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 3 नवंबर 2024 को दिल्ली का दौरा किया, जहां उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. यह मुलाकात काफी महत्वपूर्ण थी क्योंकि राज्य में नौ विधानसभा सीटों पर उप-चुनाव होने वाले हैं. जानिए, इस दौरे की असली वजह और इसकी सियासी अहमियत.
सीएम योगी आदित्यनाथ का यह दौरा ऐसे समय पर हुआ जब उन्हें अज्ञात स्रोतों से जान से मारने की धमकी भी मिली थी. इस बैठक में करीब सवा घंटे तक पीएम मोदी और योगी के बीच चर्चा चली. इसके बाद, योगी ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से भी मुलाकात की.
सूत्रों का कहना है कि यह दौरा उप-चुनावों की तैयारियों को लेकर हो सकता है, खासकर तब जब यूपी में बीजेपी को लोकसभा चुनाव में कुछ नुकसान उठाना पड़ा था. यूपी में बीजेपी के लिए यह चुनाव बेहद महत्वपूर्ण हैं, और सभी की नजरें चुनाव परिणामों पर हैं.
क्या है उप-चुनाव की सच्चाई?
यूपी में मीरापुर, कुंदरकी, गाजियाबाद, खैर, करहल, सीसामऊ, फूलपुर, कटेहरी और मझवां जैसी सीटों पर उप-चुनाव हो रहे हैं. हालांकि, मिली जानकारी के अनुसार सीएम योगी का दिल्ली आना सिर्फ उप-चुनाव के लिए नहीं है. कई अन्य प्रशासनिक मामलों पर भी चर्चा होनी है, जैसे कि पार्टी अध्यक्ष का चुनाव और संभावित प्रशासनिक फेरबदल.
#WATCH दिल्ली: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आवास 7, लोक कल्याण मार्ग से रवाना हुए। pic.twitter.com/H4L4oQbx8a
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 3, 2024
केशव प्रसाद मौर्य के साथ खटपट?
हाल ही में यह भी कहा जा रहा था कि सीएम योगी और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के बीच संबंधों में खटपट है. कुछ बैठकें ऐसी हुईं, जहां योगी अकेले गए और अन्य डिप्टी सीएम नहीं आए. सूत्रों के अनुसार, यह भी एक वजह हो सकती है कि योगी दिल्ली गए हैं. उप-चुनावों में उनकी परफॉर्मेंस यूपी की सियासत को प्रभावित कर सकती है, इसीलिए शायद वे स्थिति को सामान्य करने के लिए दिल्ली पहुंचे हैं.
सीएम योगी आदित्यनाथ का दिल्ली दौरा केवल उप-चुनाव की रणनीति तक सीमित नहीं है. इसमें कई अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा भी हो रही है, जैसे प्रशासनिक फेरबदल और पार्टी के अंदर की राजनीति. यह दौरा बताता है कि यूपी में सियासत कितनी सक्रिय और गतिशील है. जैसे-जैसे उप-चुनाव नजदीक आते हैं, सभी की नजरें इन घटनाक्रमों पर बनी रहेंगी.