NRC की तर्ज पर योगी सरकार बना रही है SCR, जानें खासियत

UP News: अब उत्तर प्रदेश की राजधानी भी देश की राजधानी के तर्ज पर विकसित होगी. इस संबंध में योगी सरकार ने प्लान बना लिया है. करीब 4 महीने पहले योगी कैबिनेट ने राज्य राजधानी क्षेत्र और अन्य क्षेत्र विकास प्राधिकरण अध्यादेश-2024 को मंजूरी दी थी. इसपर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की मुहर लगते ही गठन के लिए आदेश जारी कर दिए गए हैं. आइये जानें प्रोजेक्ट की खासियत क्या है और इसमें कौन से जिले शामिल हैं.

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Uttar Pradesh News: योगी आदित्यनाथ सरकार दिल्ली-NCR की तर्ज पर लखनऊ-SCR बनाने जा रही है. इसमें राजधानी के आसपास के 6 जिलों को शामिल किया गया है. इस संबंध में शुक्रवार को नोटिफिकेशन जारी किया गया है. करीब 4 महीने पहले राजधानी क्षेत्र और अन्य क्षेत्र विकास प्राधिकरण अध्यादेश-2024 को कैबिनेट की मंजूरी मिली थी. अब इसके गठन को राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने मंजूरी दे दी. इसके बाद गठन संबंधी अधिसूचना जारी हुई है. आइये जानें इसके पीछे सरकार की मंशा क्या है और जनता को इससे क्या लाभ मिलेगा.

SCR में लखनऊ सहित हरदोई, सीतापुर, उन्नाव, रायबरेली व बाराबंकी को शामिल किया जाएगा. इसका कुल क्षेत्रफल 27,826 वर्ग किलोमीटर होगा. एससीआर के गठन की मंजूरी के साथ ही उत्तर प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एससीआरडीए) बन गया है. अब इसकी बैठकों में विकास का प्लान बनेगा.

कौन होगा अध्यक्ष-उपाध्यक्ष?

उत्तर प्रदेश राज्य राजधानी क्षेत्र विकास प्राधिकरण में राजधानी के आसपास के 6 जिलों की कुल 27,826 वर्ग किलोमीटर जमीन होगी. इसके अध्यक्ष मुख्यमंत्री होंगे और उपाध्यक्ष राज्य के सचिव होंगे. वहीं सदस्यों में विभिन्न मंत्रालय के सचिव होंगे. प्राधिकरण का काम इस क्षेत्र में नीतिगत और तेज विकास करना होगा. इससे पूरे प्रदेश के लोगों को लाभ होगा.

क्या लाभ होगा?

  • इन क्षेत्रों में नया बायलॉज लागू हो जाएगा. इससे भूखंडों, सोसायटी का निर्माण आसान होगा. साथ ही अतिक्रमण रुकेगा
  • लखनऊ से सटे जिले के राजधानी आने के लिए एनसीआर की तर्ज विकास होगा
  • लखनऊ मेट्रो और बसों की कनेक्टिविटी बढ़ने से राजधानी में भीड़ कम होगी और व्यापार के साथ रोजगार बढ़ेगा
  • सभी जिले इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम से जुड़ेंगे. इससे यातायात आसान हो जाएगा
  • अंतरराज्यीय बस अड्डा के साथ रेलवे स्टेशनों के बीच भी बेहतर कनेक्टिविटी होगी
  • संभावना है कि कानपुर और लखनऊ को उन्नाव के रास्ते मेट्रो से जोड़ा जाए
  • कानपुर और लखनऊ एयरपोर्ट विकसित किया जाएगा. इससे आम लोगों को लाभ होगा
  • लखनऊ SCR में रियल एस्टेट परियोजनाओं के साथ सड़क, पुल और फुट ओवरब्रिज आदि बनेंगे

First Updated : Saturday, 20 July 2024