Badlapur News: मुंबई के पास बदलापुर के एक फेमस स्कूल में 3 साल की दो बच्चियों के साथ हुए यौन उत्पीड़न मामले पर अब राजनीति शुरू हो गई है. मिली जानकारी के अनुसार, इन बच्चियों के साथ यह हरकत स्कूल के शौचालय में की गई है. लड़कियों के माता-पिता ने शुक्रवार रात को शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. इस बीच मामले की जांच में एक सीनियर पुलिस अधिकारी समेत तीन पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड किया गया है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बच्चियों के साथ हुए यौन उत्पीड़न मामले को लेकर बीते दिन यानी मंगलवार को मुंबई की सड़कों पर लोगों की भारी भीड़ ने प्रदर्शन किए, रेलवे ट्रैक को जाम किया गया. इस बीच मामले महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने आरोप लगाया है कि कल राज्य में हुए लोगों द्वारा किया गया प्रदर्शन राजनीति से प्रेरित था.
इस बीच दूसरी और एकनाथ शिंदे की शिवसेना पार्टी के नेता और बदलापुर नगर निगम के पूर्व अध्यक्ष वामन म्हात्रे ने मामले पर एक महिला पत्रकार से बात करते हुए अश्लील भाषा में टिप्पणी की, जिससे लोगों में आक्रोश फैल गया है.
दरअसल, महिला पत्रकार इस घटना के बारे में रिपोर्ट कर रही थी. इस बीच कल यानी मंगलवार को जब लोगों की भीड़ रेलवे ट्रैक पर पहुंची तो पत्रकार भी वहां मौजूद थी. इस बीच शिवसेना (एकनाथ शिंदे) के नेता वामन म्हात्रे ने महिला पत्रकार से बात करते हुए अश्लील टिप्पणी की.
महिला पत्रकार ने दावा करते हुए कहा कि उनसे बात करते हुए वामन म्हात्रे ने कहा कि 'तुम इस तरह से रिपोर्टिंग कर रही हो, मानो तुम्हारा ही रेप हुआ हो'. जब यह बात सामने आई तो सोशल मीडिया पर लोगों का आक्रोश देखा गया. ऐसे में विपक्ष ने भी वामन म्हात्रे की भाषा और उनकी मानसिकता पर सवाल उठाते हुए सरकार पर निशाना साधा है.
इस बीच वामन म्हात्रे की इस टिप्पणी पर शिवसेना (यूबीटी) के नेता और पूर्व मंत्री आदित्य ठाकरे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि 'यह स्टेटमेंट घिनौना है और उन्हें तुरंत अरेस्ट करना चाहिए'. वहीं दूसरी ओर राष्ट्रवादी कांग्रेस (शरद पवार) की नेता और सांसद सुप्रिया सुले ने भी वामन म्हात्रे की भाषा पर सवाल उठाते हुए सत्ता पक्ष पर निशाना साधा है.
उन्होंने एक्स पर लिखा कि, 'सत्ता में बैठे लोगों के कार्यकर्ताओं की भाषा से ही पता चलता है कि सरकार बच्चियों पर हुए अत्याचार के मामले में कितनी गंभीर है. इस मामले पर रिपोर्टिंग करती हुई एक महिला पत्रकार के लिए अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करने वाले नेता पर सरकार ने खुद विनयभंग का मामला दर्ज करना चाहिए.' First Updated : Wednesday, 21 August 2024