‘मेरा नाम लिखकर गाली देने में ज्यादा व्यूज मिलते हैं’, विकास दिव्यकीर्ति का फूटा गुस्सा!

Delhi: दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में IAS कोचिंग के बेसमेंट में पानी भर जाने से सिविल सर्विस की तैयारी करने वाले तीन छात्रों की मौत हो गई थी. इस घटना के बाद से ही दृष्टि आईएएस के संस्थापक और एमडी डॉ. विकास दिव्यकीर्ति पर कई आरोप लग रहे हैं. वहीं कई लोगों ने उनके प्रति नाराजगी भी जाहिर की है.  ऐसे में अब उनका इस घटना पर बयान सामने आया है. 

JBT Desk
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Delhi: दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में  बीते दिन शनिवार को  IAS स्टडी सर्किल के बेसमेंट में स्थित लाइब्रेरी में पानी भर जाने से सिविल सर्विस की तैयारी करने वाले तीन छात्रों की मौत हो गई थी. इस बीच घटना के बाद से ही दृष्टि आईएएस के संस्थापक और एमडी डॉ. विकास दिव्यकीर्ति पर कई आरोप लग रहे हैं. वहीं कई लोगों ने उनके प्रति नाराजगी भी जाहिर की है. ऐसे में अब उनका इस घटना पर बयान सामने आया है. 

न्यूज एजेंसी एएनआई के एक इंटरव्यू के दौरान उनसे यह  पूछे जाने पर कि उन्हें क्यों निशाना बनाया जा रहा है. इसके जवाब में दृष्टि आईएएस के संस्थापक और एमडी डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने कहा कि मुझे निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि ऐसे मामलों में हर कोई बलि का बकरा चाहता है.

उन्होंने कहा कि इससे प्रशासन के लिए चीजें आसान हो जाती हैं, उन्हें लगता है कि वे सुरक्षित हैं, उस एक व्यक्ति को पीड़ित होने दें, और यहां तक ​​कि समाज को भी लगता है कि उन्होंने आरोपी को पकड़ लिया है. 

इस वजह से छात्र कर रहे विरोध 

इस बीच उन्होंने आगे कहा कि छात्र भावनात्मक उथल-पुथल से गुजर रहे हैं, उनके गुस्से की वजह यह है कि मैं उनके साथ क्यों नहीं खड़ा हुआ. 50 से अधिक संस्थानों पर सीलिंग की कार्रवाई हुई, उनमें से एक हमारा भी है. 3 बच्चों की मौत हो गई, यह एक दर्दनाक मौत थी, पिछले 3 दिनों से जब भी हम घर पर बात करते हैं या मैं सोने जाता हूं, तो मेरे दिमाग में एक छवि आती है कि उन बच्चों पर क्या गुजरी होगी जब पानी अंदर भर गया था.

छात्र विरोध कर रहे हैं, वे सभी बातें सही हैं

इस दौरान उन्होंने कहा कि अभी जो छात्र विरोध कर रहे हैं, वे सभी बातें सही हैं.  यह अच्छा है कि मैं आज 3-4 छात्रों से मिला हूं. मेरी दिल्ली के एलजी के साथ बैठक हुई थी. उस बैठक में कुछ छात्र भी आए थे और कई संस्थानों के मालिक भी थे. दिल्ली सरकार के बड़े अधिकारी भी थे, डीडीए से, एमसीडी, फायर ब्रिगेड विभाग, मुख्य सचिव आदि.'

कैसे हुई घटना 

स्टडी सेंटर में पढ़ाई करने वाले एक छात्र से मिली जानकारी के अनुसार,  बेसमेंट में लाइब्रेरी के अलावा एक छोटा सा क्लासरूम बना हुआ है. यहां टीचर छात्रों की समस्यों को दूर करते हैं. बेसमेंट में आने और जाने के लिए एक ही रास्ता है. यहां पर बायोमैट्रिक सिस्टम भी लगा हुआ है. करीब 400 गज की इमारत में बेसमेंट के अलावा ग्राउंड फ्लोर पर पार्किंग और ऊपर चार मंजिल इमारत बनी हुई है. शनिवार को एकदम हुई बारिश के बाद सड़क पर करीब साढ़े तीन से चार फीट पानी भर गया. हादसे से कुछ देर पहले ही वो निकला था.

रात को शिवम को पता चला तो भागा हुआ स्टडी सेंटर पहुंचा. यहां पहुंचकर पता चला कि अंदर कई छात्र फंसे हुए हैं. शिवम ने आरोप लगाया कि स्टडी सेंटर प्रशासन की लापरवाही की वजह से हादसा हुआ है. बाकी बिल्डिंग वालों ने पानी को इमारत में न आने के इंतजाम किए हुए हैं, लेकिन यहां हर बारिश में पानी भर रहा था.

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30 July 2024, 11:21 PM IST

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