Apple फैंस के लिए खुशखबरी है। कंपनी का ऑग्मेंटेड रिएलिटी (AR) और वर्चुअल रिएलिटी (VR) कैपेसिटी वाला Headset इस साल लॉन्च किया जा सकता है। एक रिपोर्ट के अनुसार Mix Reality Headset को इस साल जून में संभावित वर्ल्डवाइड डवलपर्स कॉन्फ्रेंस (WWDC) 2023 के दौरान पेश किया जा सकता है। एप्पल के इस बहुप्रतीक्षित हेडसेट को लेकर मार्केट में काफी चर्चाएं हैं और माना जा रहा है कि इसकी कीमत करीब $3000 यानी करीब 2 लाख 47 हजार रुपये होगी। वहीं खबर यह भी है कि इस प्रोजेक्ट से जुड़े कुछ कर्मचारियों के साथ एप्पल के कुछ अन्य कर्मचारी भी इस हेडसेट की बाजार में लॉन्चिंग को लेकर चिंतित हैं।
दरअसल, मिक्स रिएलिटी बेस्ड इस हेडसेट की कीमत काफी अधिक है और इसकी उपयोगिता भी अभी कम ही है। साथ ही जिस कस्टमर बेस और मार्केट के लिए इसे उतारा जाएगा, उसके बारे में भी स्थितियां स्पष्ट नहीं हैं। ऐसे में कर्मचारियों में चिंता है कि कहीं ये उत्पाद बाजार में पिट न जाएं।
न्यूयॉर्क टाइम्स (NYT) की रिपोर्ट के अनुसार Apple लाइटवेज डिजाइन वाले मिक्स रिएलिटी हेडसेट में कार्बन फाइबर की बॉडी, कस्टम चिप, ऑपरेटिंग सिस्टम (OS) आदि का उपयोग कर रही है। कंपनी ने कमजोर आईसाइट वाले कस्टमर के लिए कस्टम ग्लासेस बनाने का भी मन बना रखा है। माना जा रहा है कि एप्पल सीईओ टिम कुक (Apple CEO Tim Cook) और कंपनी के ऑपरेशनल चीफ जैफ विलियम्स (Jeff Williams) मिक्स रिएलिटी हेडसेट की लॉन्चिंग के इच्छुक हैं।
गौरतलब है कि बीते दिनों कैलिफॉर्निया के सुपरटीनो शहर स्थित स्टीव जॉब्स थिएटर में कंपनी के 100 हाइएस्ट रैंकिंग एक्ज्यूकेटिव्स की मीटिंग में इस हेडसेट को प्रदर्शित किया गया था। इससे माना जा रहा है कि जल्द ही एप्पल के इस हेडसेट की लॉन्चिंग हो सकती है। हालांकि कुछ वर्तमान और पूर्व कर्मचारियों ने इस समय प्रोडक्ट की लॉन्चिंग को लेकर असहमति जताई है।
हेडसेट की लॉन्चिंग को लेकर एप्पल की इंडस्ट्रियल टीम और ऑपरेशनल टीम के बीच मतभेद की खबरे हैं। इंडस्ट्रियल टीम इसमें और सुधार करना चाह रही है, जिसका मतलब प्रोडक्ट लॉन्चिंग में डिले है। उनका मानना है कि इसकी कीमत और उपयोगिता के अनुसार ही सही समय पर इस प्रोडक्ट की लॉन्चिंग की जानी चाहिए। साथ ही इस प्रोडक्ट पर अभी और काम करने की जरूरत है और एप्पल के सीरी (SIRI0) वॉइस असिस्टेंट से इंटीग्रेशन सहित इसके कई फीचर्स को पूरी तरह एडवांस्ड बनाना चाहिए।
दरअसल, एक स्की गोगल्स की तरह दिखने वाले इस मिक्स रिएलिटी हेडसेट में ऑग्मेंटेड रिएलिटी और वर्चुअल रिएलिटी दोनों के फीचर्स हैं। इसकी खासियत है कि हेडसेट पहनने वाले व्यक्ति को स्मार्टफोन की स्क्रीन पर दिखने का स्थान ले सकती है। यदि साधारण शब्दों में कहा जाए तो यह वर्चुअल ऑब्जेक्ट्स को रियल वर्ल्ड में दिखाने की
क्षमता रखती है।
गौरतलब है कि एप्पल पहली ऐसी कंपनी नहीं है, जो मिक्स रिएलिटी हेडसेट पर काम कर रही है। मेटा और माइक्रोसॉफ्ट भी इस पर काम कर रहे हैं। हालांकि, इस अनिश्चित अर्थव्यवस्था के दौर में माइक्रोसॉफ्ट ने अपने मिक्स रिएलिटी डिवीजन HoloLens पर अस्थाई रूप से काम करना बंद कर दिया है। वहीं मेटा के रिएलिटी लैब डिवीजन को metaverse पर काम के दौरान वित्तीय परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। एप्पल स्टाफ का मानना है कि मिक्स रिएलिटी हेडसेट अनुकूल मार्केट के लिहाज से दूर की कौडी है और इसकी प्रोडक्शन कॉस्ट को कम किए जाने की जरूरत है। First Updated : Thursday, 06 April 2023