What Is ClearFake : आज के समय में टेक्नोलॉजी ने हमारे जीवन जीने के तरीके को पहले से बहुत आसान बना दिया है. बड़े-बड़े से काम को हम कुछ मिनटों में निपटा लेते हैं. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के बाद लोगों को और भी सुविधा मिली है. लेकिन इस डिजिटल युग में लोगों के सामने कई बड़ी चुनौती भी सामने आई है. हाल ही में सोशल मीडिया पर कई डीपफेक वीडियो सामने आए. जिस पर केंद्र सरकार ने लोगों को आगाह किया है. अब डीपफेक के बाद ClearFake को लेकर चेतावनी दी गई है.
ClearFake भी डीपफेक जैसा ही है. इसमें एआई की मदद से ठग फेक वीडियो, फोटो, वेबसाइट आदि का यूज कर लोगों को अपना शिकार बनाते हैं. इस तरह के वीडियो से लोगों के पास गलत जानकारी जाती है. आपको बता दें कि जब आप इन वीडियो को देखेंगे तो ये बिल्कुल सच ही लगते हैं. ClearFake के उपयोग के साइबर ठग लोगों के सिस्टम में गलत सॉफ्टवेयर को इनस्टॉल करवाते हैं और फिर उनका पर्सनल डेटा चुरा लेते हैं.
जानकारी के अनुसार साल 2023 की शुरुआत में रिसर्चर्स ने एक साइबर खतरे macOS स्टीलर की खोज की थी. जो कि एक परिष्कृत मैलवेयर है. ठग ClearFake के जरिए इस मैलवेयर को लोगों के सिस्टम में डाल रहे हैं. ClearFake का यूज फेक वेबसाइट बनाने के लिए किया जा रहा है. इसके बाद यूजर्स को ब्राउजर अपडेट करने को कहते हैं. आप किसी भी सॉफ्टवेयर को आधिकारिक वेबसाइट से डाउनलोड करके ठगों का शिकार होने से बच सकते हैं. किसी भी थर्ड पार्टी सॉर्स ने सॉफ्टवेयर को इनस्टॉल न करें. सॉफ्टवेयर को हमेशा अप-टू-डेट रखें. First Updated : Thursday, 23 November 2023