Cyber Fraud: डिजिटल युग में स्कैमर्स नए-नए तरीके अपनाकर लोगों को धोखा दे रहे हैं। हाल ही में एक नया स्कैम सामने आया है, जहां लोगों को फर्जी कोर्ट ऑर्डर वाले ईमेल भेजकर डराया और ठगा जा रहा है। अगर आपके पास ऐसा कोई ईमेल आता है, तो सतर्क रहें और सरकार की दी गई गाइडलाइन्स का पालन करें।
इस स्कैम में लोगों को एक ईमेल भेजा जाता है, जिसमें दावा किया जाता है कि यह भारतीय खुफिया ब्यूरो (Indian Intelligence Bureau) की ओर से है। ईमेल में कहा जाता है कि आपकी इंटरनेट गतिविधियों पर नजर रखी गई है और आपके खिलाफ कोर्ट ऑर्डर जारी किया गया है।
1. इंटरनेट का उपयोग अनुचित गतिविधियों के लिए करना।
2. पोर्नोग्राफी देखने का आरोप।
3. साइबर क्राइम पुलिस यूनिट द्वारा फॉरेंसिक टूल्स के जरिए निगरानी का दावा।
ईमेल के अंत में खुद को "प्रॉसीक्यूटर" प्रशांत गौतम बताने वाला व्यक्ति साइन करता है। यह सिग्नेचर भी पूरी तरह फर्जी है।
सरकार के आधिकारिक PIB Fact Check हैंडल ने X (पहले ट्विटर) पर इस ईमेल को फर्जी बताया है।
- यह केवल एक डराने और ठगने की कोशिश है।
- असली कानूनी नोटिस कभी भी अनधिकृत ईमेल के माध्यम से नहीं भेजे जाते।
- इस तरह के मामलों में लोगों से सतर्क रहने की अपील की गई है।
घबराएं नहीं: यह केवल आपको डराने और धोखा देने का एक प्रयास है। इसे गंभीरता से न लें।
लिंक पर क्लिक न करें: ईमेल में दिए गए किसी भी लिंक पर क्लिक न करें और न ही कोई व्यक्तिगत जानकारी साझा करें। यह आपकी जानकारी चुराने या डिवाइस में वायरस डालने का प्रयास हो सकता है।
रिपोर्ट करें: इस ईमेल को तुरंत cybercrime.gov.in, भारत के आधिकारिक साइबर क्राइम पोर्टल पर रिपोर्ट करें। और इसे अन्य लोगों के साथ भी साझा न करें।
1. किसी भी संदिग्ध ईमेल पर तुरंत प्रतिक्रिया न दें।
2. केवल आधिकारिक और सुरक्षित पोर्टल्स का उपयोग करें।
3. अपने डिवाइस में एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर इंस्टॉल करें।
4. साइबर सुरक्षा से संबंधित अपडेट्स के लिए सरकारी स्रोतों पर भरोसा करें।
इस तरह के फर्जी ईमेल से बचकर आप अपनी ऑनलाइन सुरक्षा को बनाए रख सकते हैं। सतर्क रहें और दूसरों को भी इस तरह के स्कैम के बारे में जागरूक करें। First Updated : Sunday, 29 December 2024