Deepfake : केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने डीपफेक को बताया लोकतंत्र के लिए चुनौती, सरकार लाएगी नया कानून
Union Minister Rajiv Chandrashekhar : केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने डीपफेक को लोकतंत्र के लिए खतरा बताया है. उन्होंने कहा कि कहा कि डीपफेक स्वतंत्रता और व्यक्तियों के जीवन के अधिकार को चुनौती देता है.
Rajeev Chandrasekhar On Deepfake : देश में बीते दिनों सोशल मीडिया पर डीपफेक वीडियो के मामले तेजी से बढ़ते नजर आए. किसी का फेक वीडियो बनाकर इंटरनेट पर डाल दिया जाता है. एआई की मदद से ऐसे वीडियो बनाए जाते हैं. अब भारत सरकार इस पर रोक लगाने के लिए कई बड़े कदम उठाने वाली है. इस बीच केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने डीपफेक को लोकतंत्र के लिए खतरा बताया है. उन्होंने कहा कि डीपफेक को लेकर जारी की गई एडवाइजरी के अनुरुप इंटरनेट मीडिया द्वारा उठाए गए कदमों पर सरकार नजर रखेगी.
डीपफेक को लेकर सरकार का रुख
हाल ही में बॉलीवुड एक्ट्रेस रश्मिका मंदाना का डीपफेक वीडियो सामने आया है. उनके अलावा आलिया भट्ट, पीएम मोदी, रतन टाटा सहित कई लोगों के डीपफेक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए. इसको लेकर सरकार कई अहम फैसले ले रही है. मंत्री चंद्रशेखर ने कहा कि डीपफेक स्वतंत्रता और व्यक्तियों के जीवन के अधिकार को चुनौती देता है. केंद्र सरकार ने इंटरनेट मीडिया प्लेटफॉर्म अपनी चिंताओं से अवगत कराया है और इसे रोकने के लिए कदम उठाने को कहा है.
भारत सरकार लाएगी नया कानून
भारत में अगले साल यानी 2024 के लोकसभा चुनाव होने वाले हैं. मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि डिजिटल इंडिया एक्ट को बहुत कोशिशों के बाद भी पारित नहीं करवाया जा सका. अगले साल आम चुनाव होने हैं. ऐसे में उम्मीद है कि 2024 के चुनाव संपूर्ण होने और सरकार गठन के बाद यह कानून बनाया जाएगा.
क्या है डीपफेक
डीपफेक वीडियो को एआई की मदद से तैयार किया जाता है. इसमें किसी वीडियो में दूसरे के चेहरे को लगा दिया जाता है और ये देखने में बिल्कुल असली लगता है. इस डीप लर्निंग में कहा जाता है. इसके तरह किसी भी फोटो या वीडियो को फेक में बदल दिया जाता है. ऐसे वीडियो की पहचान करना मुश्किल हो जाता है कि ये असली है या नकली.