एलन मस्क एक और दिमाग में लगाएंगे ‘ब्रेन चिप’,सोचने भर से हो जाएंगे काम

Tesla CEO Elon Musk: एलन मस्क की न्यूरालिंक किसी अन्य दूसरे के सिर में अपनी चिप लगाने के लिए तैयार है. बुधवार को उन्होंने कहा कि उनका न्यूरालिंक स्टार्टअप के दूसरे टेस्ट में मरीज की ओर "आगे बढ़ रहा है" क्योंकि दिमाह और कंप्यूटर को जोड़ने की उनकी तकनीक में काफी सुधार हो रहा है. इसके अलावा एलन मस्क ने मस्क और न्यूरालिंक टीम के सदस्यों ने एक्स पर एक अपडेट दिया है.

JBT Desk
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Tesla CEO Elon Musk:  एलन मस्क दुनिया में तकनीक को तेजी से बढ़ाने में लगे हुए हैं. इलेक्ट्रिक कार से लेकर कई बढ़ी चीजों को आगे बढ़ाने में उनका काफी हाथ है. इसी तरनीक के चलते बुधवार को एलन मस्क ने कहा कि उनका न्यूरालिंक स्टार्टअप अब दूसरी मरीज की तरफ आगे बढ़ रहा है. कंप्यूटर और दिमाह को आपस में जोड़ने में उनकी तकनीक सुधार कर रही है. 

मस्क और न्यूरालिंक टीम के सदस्यों ने एक्स पर एक अपडेट के दौरान सवालों के जवाब दिए, जिसमें चर्चा की गई कि वे अपने  दिमाग में  ‘ब्रेन चिप’  को आम बनाने के काम में अब तक कहा पहुंचे हैं, जिसमें उन्होंमे जवाब में लिखा- "हम अभी अपने दूसरे न्यूरालिंक मरीज़ की ओर बढ़ रहे हैं." "लेकिन हमें उम्मीद है कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो इस साल ये संख्या उच्च एकल अंकों में होगी".

दिमाग से कंप्यूटर चलाना

मस्क की न्यूरोटेक्नोलॉजी कंपनी ने जनवरी में नोलैंड आर्बॉग में मस्तिष्क प्रत्यारोपण स्थापित किया था, जिसे टेस्ला और एक्स के अरबपति प्रमुख ने सफल बताया था. 8 साल पहले डाइविंग एक्सीडेंट की वजह से आर्बॉग के कंधे से नीचे का हिस्सा लकवाग्रस्त हो गया था. प्रत्यारोपण ऑपरेशन के बाद से, उन्होंने शतरंज और वीडियो गेम "सिविलाइजेशन" खेलने के बारे में बताया है, साथ ही अपने मस्तिष्क से कंप्यूटर स्क्रीन कर्सर को नियंत्रित करके जापानी और फ्रेंच भाषा सीखने के बारे में भी बताया है.

टीम ने मिलकर किया काम

मस्क और न्यूरालिंक टीम के सदस्यों ने एक समस्या के समाधान के बारे में डिटेल से बताया, जिसकू वजह से आर्बॉग की अपने दिमाग से कंप्यूटर कर्सर को हिलाने की क्षमता बहुत कम हो गई थी. न्यूरालिंक की तकनीक पांच सिक्कों के आकार के मदद से काम करती है, जिसे एक रोबोट सर्जन इंसान के दिमाग के अंदर रखा जाता है.आर्बॉग के मस्तिष्क को इम्प्लांट से जोड़ने वाले धागे "पीछे हट गए" थे, जिससे सिग्नल पकड़ने में उनकी प्रभावशीलता कम हो गई थी.

मस्क ने किया वादा

मस्क ने बताया कि इसका एक लक्ष्य दिमाग और कंप्यूटर के बीच लिंक की बैंडविड्थ को बढ़ाना है, जिससे ज्यादा डेटा को तेजी से स्थानांतरित किया जा सके.मस्क ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता के मदद से दिमाग को कंप्यूटर से जोड़ने के बारे में कहा, "मानव-एआई सहजीवन के लिए ये काफी जरूरी है मस्क का मानना ​​है कि न्यूरालिंक प्रत्यारोपण अंधे लोगों की आंख की रोशनी ठीक करने से आगे बढ़कर लोगों को पराबैंगनी आई साइट देगा. या उन्हें दूसरों के साथ दूरसंवेदी रूप से विचार साझा करने की सुविधा देगा.

'साइबरपंक' या 'डेउस एक्स'

मस्क ने कहा, "हम लोगों को सुपरपॉवर देना चाहते हैं" "न केवल हम आपकी पिछली कार्यक्षमता को बढ़ा रहे हैं, बल्कि ये भी कि आपकी कार्यक्षमता वास्तव में एक सामान्य इंसान से कहीं ज़्यादा है."मस्क ने एक स्वचालित प्रक्रिया विकसित करने की बात कही, जिसमें न्यूरालिंक का सर्जरी रोबोट "अपग्रेड" चाहने वाले लोगों में जल्दी से कस्टम इम्प्लांट स्थापित कर सकेगा. , "अगर आप ये गेम खेलते हैं तो यह बिल्कुल 'साइबरपंक' या 'डेउस एक्स' जैसा है"

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11 July 2024, 08:36 AM IST

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