भारतीय कार बाजार में अब कार पैसेंजर्स की सुरक्षा पर भी ध्यान दिया जाने लगा है। एक समय था जब लुक, कीमत, माइलेज, पॉवर, फीचर्स और कंपनी नाम के आधार पर कारों की खरीद होती थी, लेकिन अब कस्टमर्स, सेफ्टी को पहली प्रायोरिटी देने लगे हैं। यही कारण है कि कार निर्माता कंपनियां कार बनाते समय उसमें अधिक से अधिक safety features दे रही हैं। साथ ही वे अपने किसी मॉडल की ब्रांडिंग में 5 स्टार सेफ्टी रेटिंग को हाइलाइट भी कर रही हैं।
दरअसल, कोई कार कितनी सुरक्षित है, उसकी सेफ्टी रेटिंग क्या है, यह उसके क्रेश टेस्ट की रिपोर्ट से पता चलता है। जिस कार की जितनी अधिक रेटिंग, यानी वह कार उतनी ही अधिक सुरक्षित। भारत में कारों के crash test और सेफ्टी रेटिंग के लिए अधिकांश कार कंपनियां Global NCAP यानी ग्लोबल न्यू कार असेसमेंट प्रोग्राम की सेवाएं लेती है। ग्लोबल एनसीएपी कार मॉडल का क्रेश टेस्ट कराता है और वयस्क और बच्चों की सुरक्षा के संबंध में लागू विभिन्न मानदंडों के परिणामों के आधार पर सेफ्टी रेटिंग तय करता है।
चाहे वह sedan हो SUV या hatchback कार, देश में कई कार मॉडल ग्लोबल एनसीएपी द्वारा 5 स्टार सेफ्टी रेटिंग प्राप्त कर सुरक्षित कारों की कैटेगिरी में आ चुकी हैं। आइए जानते हैं, Global NCAP द्वारा जारी 5 स्टार रेटिंग वाली देश की सबसे सुरक्षित कारों के बारे में...
स्कोडा की स्लाविया और वोक्सवैगन की वर्टस सिडान कैटेगिरी की कारें है, जिन्हें जीएनसीएपी द्वारा क्रेश टेस्ट रिजल्ट के आधार पर 5 स्टार सेफ्टी रेटिंग दी गई है। Skoda Slavia और Volkswagen Virtus को एडल्ट ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन में 34 में से सर्वाधिक 29.71 अंक मिले, जबकि चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन में 49 में से सर्वाधिक 42 अंक मिले हैं। इसके साथ ही दोनों कारों को वयस्कों और बच्चों की सुरक्षा के मामले में 5 स्टार रेटिंग भी मिली है।
GNCAP की 5 स्टार सेफ्टी रेटिंग में दूसरे स्थान पर भी वोक्सवैगन और स्कोडा की कारें आती हैं। Volkswagen Taigun और Skoda Kushaq दोनों स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (SUV) हैं। इन कारों ने जीएनसीएपी क्रेश टेस्ट में एडल्ट ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन के मामले में 34 में से 29.64 अंक प्राप्त किए, जबकि चाइल्ड प्रोटेक्शन में इन्हें 49 में से 42 प्वॉइंट्स मिले। इसके साथ इन्हें भी दोनों श्रेणियों में 5 स्टार सेफ्टी रेटिंग दी गई।
महिंद्रा कंपनी की एसयूवी स्कॉर्पियो-एन ऑफ-रोडिंग के मामले में काफी लोकप्रिय है और इसे भी 5 स्टार रेटिंग प्राप्त है। हालांकि GNCAP क्रेश टेस्ट में Mahindra Scorpio-N ने एडल्ट ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन कैटेगिरी में 34 में से 29.25 अंक प्राप्त किए जबकि चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन को लेकर 49 में से महज 28.93 प्वॉइंट्स प्राप्त् किए। ऐसे में वयस्क सुरक्षा के लिए इसे 5 स्टार और चाइल्ड सेफ्टी में इसे महज 3 स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली है।
इंडियन कस्टमर्स को एसयूवी कार काफी पसंद आ रही हैं और इस सेगमेंट में टाटा पंच, महिंद्रा एक्सयूवी 300 और महिंद्रा एक्सयूवी 700 भी 5 स्टार रेटिंग के साथ सुरक्षित कारों में शामिल हैं। यदि ग्लोबल एनसीएपी की एडल्ट ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन की बात करें तो Tata Punch, Mahindra XUV300 और Mahindra XUV700 को 17 प्वॉइंट्स में से क्रमश: 16.45, 16.42 और 16.03 अंक हासिल किए हैं, जिससे इन्हें 5 स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली। वहीं चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन कैटेगिरी में टाटा पंच को 49 में 40.89, महिंद्रा एक्सयूवी 300 को 37.44 और महिंद्रा एक्सयूवी 700 को 41.66 नंबर मिले हैं। बच्चों की सुरक्षा के मामले में इन कारों को 4 स्टार रेटिंग मिली है।
टाटा की कारें भी कस्टमर्स का काफी पसंद आ रही हैं, जिसकी एक वजह इनका सुरक्षित होना भी है। हैचबैक सेगमेंट में Tata Altroz को और एसयूवी सेगमेंट में Tata Nexon को Global NCAP क्रैश टेस्ट में 5 स्टार सेफ्टी रेटिंग मिली है। एडल्ट ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन के लिए, जहां अल्ट्रोज को 17 में 16.13 अंक मिले हैं, जबकि नेक्सॉन को 16.03 अंक। दोनों ही कारों को इस श्रेणी में 5 स्टार रेटिंग मिली है। वहीं चाइल्ड ऑक्यूपेंट प्रोटेक्शन कैटेगरी अल्ट्रोज को 49 में से 29 प्वॉइंट और नेक्सॉन को महज 25 अंक ही प्राप्त हुए हैं, जिसके कारण दोनों कारों को 3 स्टार रेटिंग प्राप्त हुई है। दिलचस्प है कि Tata Nexon वर्ष 2018 में Global NCAP क्रैश टेस्ट में 5-स्टार सेफ्टी रेटिंग पाने वाली पहली भारत में निर्मित कार थी। First Updated : Monday, 17 April 2023