गूगल ने अपने सबसे पॉपुलर गेमिंग ऐप Slavery Simulator को प्ले स्टोर से हटा लिया है। जिसका कारण है इस गेम के द्वारा ब्राजील में नस्लवाद को बढ़ावा देना। गूगल का यह ऐप वर्चुअल ब्लैक गुलामों को खरीदने, बेचने और उन्हों प्रताड़ित करने की इजाजत देता था।
इसे लेकर पिछले कई महीनों से बवाल हो रहा था। ऐप के मुताबिक यह गेम पुर्तगाली भाषा के खेल में खिलाड़ियों को गुलामों के रूप में दिखाया गया और जिससे पैसे बनाए।
ब्राजील के सोशल मीडिया यूजर्स ने Slavery Simulator बड़ी संख्या में शिकायतों की थी। जिसके बाद गूगल ने इसे प्ले स्टोर से इसे बैन किया है। इस गेमिंग ऐप को लेकर ब्राजील की जांच एजेंसी ने विस्तार से इसकी जांच शुरू की है। बता दें इस ऐप को सैकड़ों लोगों ने अपने स्मार्टफोन में डाउनलोड किया था।
वहीं गूगल प्ले स्टोर पर Slavery Simulator के डिस्क्रिप्शन में लिखा था कि यह किसी भी प्रकार की दासता का विरोध करता है। साथ ही लिखा था इसका उद्देश्य सिर्फ मनोरंजन करना है।
गेमिंग ऐप Slavery Simulator को प्ले स्टोर से हटाने के बाद गूगल ने अपना बयान जारी किया है। कंपनी ने कहा कि यह एप किसी खास समुदाय के लोगों के खिलाफ नफरत और हिंसा को बढ़ावा दे रहा था। साथ ही नस्लवाद को भी बढ़ावा दे रहा था और लोगों के रंग का मजाक उड़ा रहा था। आपको बता दें कि कंपनी ने अन्य लोगों से भी नफरत वाले कंटेंट के खिलाफ शिकायत करने की अपील की है। First Updated : Sunday, 28 May 2023