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स्पैम कॉल्स को लेकर सरकार का एक्शन तेज, प्रतिदिन 13 मिलियन कॉल्स कीं ब्लॉक

टेलीकॉम डिपोर्टमेंट ने टेलिकॉम रेगुलेटर्स के साथ मिलकर स्पैम कॉल की समस्या से सक्रिय रूप से निपट रहा है. फर्जी कॉल्स और धोखाधड़ी रोकने के लिए सरकार नई नीतियों को लागू करने से लेकर उन्नत तकनीक का लाभ उठाने तक, सभी रास्ते अपना रही है. भारत में दूरसंचार विभाग ने अपने संचार साथी पोर्टल के लिए एक मोबाइल ऐप लॉन्च किया है, जो एंड्रॉयड और आईफोन दोनों उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध है.

Yaspal Singh
Edited By: Yaspal Singh

टेलीकॉम डिपोर्टमेंट ने टेलिकॉम रेगुलेटर्स के साथ मिलकर स्पैम कॉल की समस्या से सक्रिय रूप से निपट रहा है. फर्जी कॉल के कारण होने वाली धोखाधड़ी और छल को देखते हुए सरकार ने अपने प्रयासों को काफी बढ़ा दिया है. नई नीतियों को लागू करने से लेकर उन्नत तकनीक का लाभ उठाने तक, सभी रास्ते अपनाए जा रहे हैं. लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए विभाग ने दूरसंचार ऑपरेटरों को तीन महीने की अवधि के लिए कॉल कनेक्ट होने से पहले रिंगटोन को जागरूकता संदेशों से बदलने का निर्देश दिया है. केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि हर दिन 13 मिलियन फर्जी कॉल को रोकने के प्रयास चल रहे हैं.

प्रतिदिन 13 मिलियन स्पैम कॉल्स ब्लॉक

बार्सिलोना, स्पेन में आयोजित मोबाइल वर्ल्ड कांग्रेस में अपने मुख्य भाषण के दौरान केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने दूरसंचार विभाग द्वारा स्थापित संचार साथी पोर्टल पर प्रकाश डाला. उन्होंने इस पोर्टल के माध्यम से फर्जी कॉलों को रोकने और चोरी हुए मोबाइल उपकरणों की बरामदगी के बारे में प्रभावशाली आंकड़े साझा किए.

सिंधिया ने इस बात पर जोर दिया कि संचार साथी पोर्टल ने साइबर धोखाधड़ी से जुड़े 26 मिलियन यानी 2.6 करोड़ मोबाइल डिवाइस को सफलतापूर्वक ब्लॉक किया है. इसके अलावा, पोर्टल ने रिपोर्ट किए जाने के बाद 16 मिलियन चोरी हुए डिवाइस को ट्रैक करने में मदद की है. उल्लेखनीय रूप से, यह 86 प्रतिशत स्पूफ या फर्जी कॉल को ट्रैक करने और ब्लॉक करने में कामयाब रहा है. दूरसंचार विभाग हर दिन 13 मिलियन स्पैम कॉल को सफलतापूर्वक बंद कर रहा है.

संचार साथी ऐप लॉन्च

हाल ही में, भारत में दूरसंचार विभाग ने अपने संचार साथी पोर्टल के लिए एक मोबाइल ऐप लॉन्च किया है, जो एंड्रॉयड और आईफोन दोनों उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध है. यह ऐप उपयोगकर्ताओं को फर्जी कॉल की रिपोर्ट करने की अनुमति देता है और उनके नाम पर पंजीकृत फर्जी सिम कार्ड का पता लगाने में भी मदद करता है. 

इस पोर्टल से परे, दूरसंचार कंपनियों को AI-आधारित स्पैम डिटेक्शन तकनीक अपनाने का निर्देश दिया गया है. एयरटेल और वीआई ने पहले ही अपने लाखों उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा के लिए AI-संचालित स्पैम कॉल सिस्टम शुरू कर दिया है, जिससे ऑपरेटर स्तर पर ही धोखाधड़ी वाली कॉल को ब्लॉक करना संभव हो गया है.

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07 March 2025, 09:53 AM IST

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