ग्वालियर में 11वीं के छात्र ने किया कमाल, बनाया इंसानों को ले जाने वाला ड्रोन; हर कोई हैरान
Human Carrying Drone: ग्वालियर में 11वीं के एक छात्र ने छोटी सी उम्र में बड़ी उपलब्धि हासिल की है. उसे तीन महीने की कड़ी मेहनत के बाद एक अनोखा ड्रोन बनाने में सफलता मिली है. ड्रोन पर बैठकर कोई भी व्यक्ति उड़ सकता है.
Gwalior: सिंधिया स्कूल के 16 वर्षीय छात्र मेधांश त्रिवेदी ने अपनी प्रतिभा से सबको हैरान कर दिया है. उन्होंने 3.5 लाख रुपये की लागत से एक ऐसा ड्रोन तैयार किया है जो इंसान को भी ले जाने में सक्षम है. इसे उन्होंने एमएलडीटी 01 नाम दिया है. तीन महीने की मेहनत से बना यह ड्रोन 80 किलोग्राम तक का भार उठा सकता है और 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकता है.
ड्रोन बनाने की प्रेरणा
आपको बता बता दें कि मेधांश ने बताया कि वह यूट्यूब पर ड्रोन तकनीक से जुड़े वीडियो देख रहे थे, तभी चीन की एयर टैक्सी का वीडियो उनकी नजरों में आया. उन्होंने कहा, ''यह एक चार सीटर ड्रोन था जो बेहद महंगा था. उसी समय मैंने तय किया कि मैं कम लागत में अपना खुद का ड्रोन बनाऊंगा.''
Gwalior student builds drone capable of carrying a person. pic.twitter.com/rB7n5hgByk
— Bharat Tech & Infra (@BharatTechIND) December 19, 2024
ड्रोन की विशेषताएं
- कुल भार क्षमता: 80 किलोग्राम
- गति: 60 किमी प्रति घंटा
- उड़ान समय: 6 मिनट
- ऊंचाई सीमा: 10 मीटर
- डिजाइन: 1.8 मीटर लंबाई और चौड़ाई
आपको बता दें कि एमएलडीटी 01 इलेक्ट्रिक ड्रोन है और इसमें चार मोटर का उपयोग किया गया है, जो आमतौर पर कृषि ड्रोन में इस्तेमाल होती हैं. मेधांश अब इसके हाइब्रिड संस्करण पर काम कर रहे हैं ताकि इसकी प्रदर्शन क्षमता और बढ़ाई जा सके.
मॉडल की चुनौतियां और भविष्य की योजनाएं
बताते चले कि मेधांश पहले भी रिमोट कंट्रोल वाले हवाई जहाज, कार और आत्मघाती ड्रोन बना चुके हैं. वह अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद अपना खुद का स्टार्टअप शुरू करने की योजना बना रहे हैं. उन्होंने अपने स्कूल के डीन मनोज मिश्रा को इस उपलब्धि का श्रेय दिया.
शिक्षक का योगदान
इसके अलावा आपको बता दें कि डीन मनोज मिश्रा ने कहा, ''मैंने एक दिन क्लास में हवाई जहाज बनाने का तरीका बताया. मेधांश ने रुचि दिखाई और खुद रिसर्च शुरू की. शिक्षकों के मार्गदर्शन से उन्होंने इसे साकार किया.''