कुंभ जाना चाहता हूं... क्या स्टीव जॉब्स की पत्नी ने उनके जीवन का अधूरा सपना किया पूरा?
स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पावेल जॉब्स महाकुंभ 2025 में हिस्सा लेने के लिए भारत आई हैं. यात्रा के दौरान उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन किए और त्रिवेणी संगम में स्नान भी किया. इसी बीच, स्टीव जॉब्स की 1974 में लिखी एक चिट्ठी वायरल हो रही हैं.
एप्पल के दिवंगत को-फाउंडर स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल जॉब्स महाकुंभ 2025 में शामिल होने के लिए भारत आई हुई हैं. लेकिन इसी बीच, स्टीव जॉब्स की 1974 में लिखी एक चिट्ठी इन दिनों काफी चर्चा में हैं. दरअसल, अपने बचपन के दोस्त टिम ब्राउन को एक चिट्ठी में उन्होंने लिखा था कि मैं कुंभ मेला जाना चाहता हूं." यह उनकी गहरी इच्छा थी, जो भारत की आध्यात्मिकता और संस्कृति से जुड़ने के लिए उन्होंने जाहिर की थी. हालांकि, 1974 में भारत यात्रा के दौरान वह कभी कुंभ मेला नहीं जा सके.
लॉरेन पावेल जॉब्स की यात्रा: स्टीव की इच्छा का पालन
स्टीव जॉब्स के निधन के बाद, उनकी पत्नी लॉरेन पावेल जॉब्स अब उनकी आध्यात्मिक यात्रा को आगे बढ़ा रही हैं. वह महाकुंभ मेला 2025 में भाग लेने के लिए भारत आई हैं और इस यात्रा लगता है कि स्टीव की पुरानी इच्छा को पूरा करने के लिए वो यहां आई हैं. लॉरेन ने पहले वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन किए और फिर प्रयागराज के त्रिवेणी संगम पर स्नान करने के लिए पहुंचीं.
यात्रा के दौरान आई परेशानी
लॉरेन की यात्रा के दौरान उन्हें एक छोटी सी परेशानी का सामना करना पड़ा. महाकुंभ मेले के दूसरे दिन उन्हें एलर्जी हो गई, लेकिन उन्होंने इस चुनौती को स्वीकार किया और गंगा नदी में स्नान करने का अपना निर्णय नहीं बदला. इसके अलावा, स्वामी कैलाशानंद गिरी से उन्हें 'कमला' नाम भी मिला.
आध्यात्मिक यात्रा और सम्मान
लॉरेन पावेल जॉब्स ने अपनी भारत यात्रा के दौरान ध्यान, क्रिया योग और प्राणायाम जैसी आध्यात्मिक क्रियाओं में भी भाग लिया. ये यात्रा भारत की आध्यात्मिक परंपराओं के प्रति उनके गहरे सम्मान को दर्शाती है. लॉरेन ना केवल अपने पति की इच्छा पूरी कर रही हैं, बल्कि अपनी खुद की आध्यात्मिक यात्रा पर भी आगे बढ़ रही हैं.