Technology news: भारत के लिए एप्पल का महत्व लगातार बढ़ रहा है. साल 2026 तक भारत, अमेरिका और चीन के बाद Apple का तीसरा सबसे बड़ा बाजार बनने की उम्मीद जताई गई है. iPhone निर्माता भारत में अपनी बिक्री को 15 मिलियन यूनिट तक ले जाने की योजना बना रहा है, जो अगले साल लगभग 20% की वृद्धि को दर्शा रहा है. यह कदम चीन में बाजार हिस्सेदारी में गिरावट और Huawei जैसी स्थानीय कंपनियों की चुनौतियों को संतुलित करने के लिए उठाया गया है.
वर्तमान में, भारत एप्पल के लिए पांचवां सबसे बड़ा बाजार है. जापान तीसरे और यूके चौथे स्थान पर हैं. रिपोर्ट के अनुसार, भारत में एप्पल की बिक्री में तेजी का कारण फाइनेंसिंग विकल्पों की बढ़ती उपलब्धता, भारी छूट और उपभोक्ताओं का प्रीमियम उत्पादों की ओर बढ़ता रुझान है.
साल 2024 की तीसरी तिमाही तक, एप्पल ने भारत में 8.5 मिलियन यूनिट शिप की, जो 2023 के पूरे आंकड़ों से ज्यादा है. दिसंबर तिमाही में कंपनी के अतिरिक्त 4 मिलियन यूनिट जोड़ने की संभावना है. भारत में Apple की बिक्री में फाइनेंसिंग का अहम योगदान है.
चीन में एप्पल को बाजार हिस्सेदारी में गिरावट का सामना करना पड़ा है. साल 2023 की दिसंबर तिमाही में 24% बाजार हिस्सेदारी घटकर 2024 की तीसरी तिमाही में 14% रह गई. इस दौरान कंपनी ने चीन में 10 मिलियन यूनिट शिप की. Huawei और अन्य स्थानीय ब्रांड तेजी से प्रीमियम सेगमेंट में अपनी जगह बना रहे हैं.
भारत में एप्पल की बाजार हिस्सेदारी लगातार बढ़ रही है. रिपोर्ट की मानें तो, एप्पल साल 2024 में 12-12.5 मिलियन यूनिट की शिपिंग करेगा. वहीं, iPhones की 11 मिलियन यूनिट और IDC ने 12 मिलियन यूनिट की बिक्री की उम्मीद जताई जा रही है.
हालांकि यूनिट बिक्री में वृद्धि होगी, लेकिन लोकलाइजेशन और आयात शुल्क में कमी के कारण राजस्व में धीमी वृद्धि हो सकती है. विश्लेषकों का अनुमान है कि iPhones की बिक्री से भारत में राजस्व 2024 में $12 बिलियन से बढ़कर 2025 में $12.4 बिलियन तक पहुंच सकता है. हालांकि, औसत बिक्री मूल्य (ASP) में गिरावट का असर राजस्व पर पड़ेगा. First Updated : Friday, 27 December 2024