ISRO Mars Mission: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन यानी इसरो अब एक और मिशन के लिए तैयारी में जुट गया है. दरअसल, इसरो अब ईंधन से चलने वाले रॉकेट पर काम करने जा रहा है इस रॉकेट की शुरुआती डिजाइन की फोटो भी सामने आई है. ऐसे में अगर इसरो अगले साल यानी 2024 में यह रॉकेट बनाने में कामयाब हो गई तो ज्यादा दूरी वाले किसी भी ग्रह पर काम से कम समय में अपना स्पेसक्राफ्ट पहुंचाने में मदद मिलेगी. इस न्यूक्लियर ऱॉकेट से इसरों को भविष्य में किसी भी मिशन के लिए मददगार साबित होगा.
इसरो को न्यूक्लियर रॉकेट से भविष्य में किसी भी मिशन के लिए मददगार साबित होगा. दरअसल, न्यूक्लियर रॉकेट इंजन की मदद से इसरो को भविष्य में चांद या मंगल ग्रह पर जाने वाले मिशन में एस्ट्रोनॉट को वापस आने में दिक्कत नहीं होगी साथ ही ईंधन की भी चिंता नहीं होगी. इसके अलावा परमाणु ईंधन से चलने वाले रॉकेट सौरमंडल से बाहर के सभी मिशनो के लिए मददगार साबित होगी जो डीप स्पेस मिशन के लिए सुविधा प्रदान करेगी.
इसरो का न्यूक्लियर इंजन वाला रॉकेट आम न्यूक्लियर इंजन से बिल्कुल अलग यानी बिजली पैदा करने वाला नहीं होगा. इसके अलावा इसमें न्यूक्लियर फिशन नहीं होगा बल्कि आरटीजी में रेडियोएक्टिव पदार्थ का इस्तेमाल किया जाएगा.
दरअसल, अगर परमाणु ऊर्जा से चलने वाले रॉकेट हो तो आप सौर मंडल के बाहर कि मिशन कर सकते हैं. इसके साथ ही मंगल ग्रह पर एस्ट्रोनॉट्स को भेजकर उन्हें वापस भी बुला सकते हैं. बताया जा रहा है कि, इस ऱकेट पर बनाने के लिए देश की दोनों सर्वोच्च संस्थाओं ने काम करना शुरू कर दिया है ताकि जल्द यह बनकर तैयार हो जाए. First Updated : Friday, 29 December 2023