Jio 5G Service : चारधाम पहुंची Jio 5G की सर्विस, श्रद्धालुओं को मिलेगा लाभ
रिलायंस जियो ने उत्तराखंड में भी अपनी 5जी सर्विस को शुरू कर दिया है। जिसके बाद चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को लाभ मिलेगा।
मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो लगातार अपने बिजनेस में विस्तार कर रही है। भारत के कई राज्यों में जियो 5जी सर्विस की शुरुआत की जा चुकी है। जिसका सिलसिला अभी भी जारी है। कंपनी ने कुछ समय पहले ही 5जी बंडल प्लान को पेश किया है। जियो ने 82 हजार साइट्स पर अपनी 5जी सर्विस को रोलआउट कर दिया है।
देश में चारधाम यात्रा की शुरुआत हो चुकी है। बड़ी संख्या में श्रद्धालु बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगगोत्री और यमुनोत्री मंदिर में दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। अब जियो ने उत्तराखंड में भी अपनी 5जी सर्विस को शुरू कर दिया है।
दरअसल गुरुवार 27 अप्रैल को बद्रीनाथ धाम के कपाट खुले। इस मौके पर जियो ने 5जी सर्विस लॉन्च की। जिसके बाद चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को लाभ मिलेगा।
BKTC के अध्यक्ष ने किया उद्घाटन
जियो 5जी सर्विस का उद्घाटन बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने किया। इस अवसर पर समिति के उपाध्यक्ष किशोर पंवार, सीईओ योगेंद्र सिंह, मंदिर के मुख्य पुजारी और जियो के राज्य स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
इस मौके पर जियो के प्रवक्ता ने कहा कि चारधाम मंदिर परिसरों में 5जी सर्विस को शुरू करके हम बहुत खुश हैं। यह उत्तराखंड में एक बड़ा बदलाव है। इस नेटवर्क से स्थानीय निवासियों के साथ छात्रों, पर्यटकों को भी नए अवसर प्राप्त होंगे।
हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा तक मिलेगी सर्विस
जियो की सर्विस वर्तमान में उत्तराखंड के कई हिस्सों में फैल चुकी है। यह सर्विस उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से लेकर राज्य के आखिरी गांव माणा तक है। प्रदेश में जियो का एकमात्र ऑपरेटर के नेटवर्क सभी चारधामों में उपलब्ध है। जियो की सर्विस केदारनाथ धाम के ट्रेक मार्ग के रास्ते पर मौजूद है। साथ ही यह 13,650 मीटर की ऊंचाई पर स्थित श्री हेमकुंड साहिब गुरुद्वारा में भी उपलब्ध है।
सीएम धामी का बयान
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जियो ट्रू 5G की लॉचिंग के अवसर पर ने कहा,”चारधाम यात्रा की शुरआत में ही 5जी सर्विस शुरु करने के लिए और राज्य के डिजिटल लैंडस्केप में बदलाव लाने के लिए, मैं जियो को बधाई व धन्यवाद देता हूं”।
उन्होंने कहा कि जियो के स्ट्रॉन्ग डेटा नेटवर्क की मदद से चारधाम यात्रा के दौरान आपदा प्रबंधन, सर्विलांस और रियल टाइम बेसिस पर यात्रा की मॉनिटरिंग की जा सकेगी"।