एआई युग में पत्रकारिता: इटली में प्रकाशित हुआ दुनिया का पहला AI अखबार, रचा इतिहास

  इल फोग्लियो अपने नियमित समाचार पत्र के साथ-साथ प्रतिदिन चार पृष्ठों का एआई संस्करण भी प्रकाशित कर रहा है. इसमें लगभग 22 लेख और 3 संपादकीय हैं, जो AI का उपयोग करके तैयार किए गए हैं. इसमें 20 से अधिक अखबार के पत्रकार ओपनएआई के चैटजीपीटी टूल्स का उपयोग करके लेख लिखते हैं. वे किसी विशिष्ट विषय पर और विशिष्ट लेखन शैली में निबंध तैयार करने के निर्देश प्रदान करते हैं.

Lalit Sharma
Edited By: Lalit Sharma

टैक न्यूज. दुनिया का पहला एआई अखबार इटली में प्रकाशित हुआ है. आपको बता दें कि इटली के अखबार 'इल फोग्लियो' ने अखबार का एआई संस्करण प्रकाशित कर इतिहास रच दिया है. इसके साथ ही अखबार ने ऐसा करने का कारण भी बताया है. जानकारी के अनुसार यह प्रयोग एक महीने तक चलेगा और इसका उद्देश्य एआई की सीमाओं और संभावनाओं को समझना है. जानकारी के अनुसार, इल फोग्लियो अपने नियमित समाचार पत्र के साथ-साथ प्रतिदिन चार पृष्ठों का एआई-संस्करण भी प्रकाशित कर रहा है. इसमें लगभग 22 लेख और 3 संपादकीय हैं, जो AI का उपयोग करके तैयार किए गए हैं.

इसमें 20 से अधिक अखबार के पत्रकार ओपनएआई के चैटजीपीटी टूल्स का उपयोग करके लेख लिखते हैं. वे किसी विशिष्ट विषय पर और विशिष्ट लेखन शैली में निबंध तैयार करने के निर्देश प्रदान करते हैं. यदि AI लेख में बहुत अधिक त्रुटियाँ हैं, तो एक नया लेख लिखा जाता है.

पत्रकारिता को नया जीवन देने का लक्ष्य

एआई-जनित समाचार-पत्र लेखों में इतालवी प्रधानमंत्री जियोर्जियो मेलोनी के भाषणों का विश्लेषण शामिल है. इसमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच फोन पर हुई बातचीत के बारे में एक संपादकीय के साथ-साथ फैशन के बारे में एक लेख भी शामिल है. इस संबंध में इल फोग्लियो के संपादक क्लाउडियो सेरासा ने कहा कि इसका उद्देश्य पत्रकारिता को नष्ट करना नहीं बल्कि उसे नया जीवन देना है. उन्होंने कहा, "हम देखना चाहते हैं कि एआई क्या कर सकता है, इसकी सीमाएँ क्या हैं, और पत्रकारिता में इसका उचित उपयोग कैसे किया जा सकता है."

मानवीय दृष्टिकोण से संगत नहीं

इस प्रयोग से यह स्पष्ट हो गया कि एआई तेजी से और कुशलता से लेख लिख सकता है, लेकिन यह मनुष्यों की रचनात्मकता और अद्वितीय दृष्टिकोण की बराबरी नहीं कर सकता. एआई द्वारा लिखे गए लेख अच्छे हैं, लेकिन मानव लेखों में हमेशा एक अलग तरह की गहराई और रचनात्मकता होती है, जो मशीनें नहीं दे सकतीं. वहीं दूसरी ओर, इल फोग्लियो के पत्रकार इस प्रयोग को लेकर उत्साहित हैं. वे इसे एक मज़ेदार और नया अनुभव मानते हैं. साथ ही दावा किया गया कि इस प्रयोग के कारण अखबारों की बिक्री में 60 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. जबकि कुछ पाठक इस नए प्रयोग को लेकर चिंतित हैं, अखबार पूरी तरह से एआई पर निर्भर हो सकता है.

इसका सही दिशा में उपयोग करना महत्वपूर्ण 

इल फोग्लियो के संपादक क्लाउडियो सेरासा का मानना ​​है कि एआई को रोकना संभव नहीं है, लेकिन इसका सही दिशा में उपयोग करना महत्वपूर्ण है. यदि एआई लेखन में मदद कर सकता है, तो पत्रकारों को उन लेखों पर ध्यान केंद्रित करना होगा जिन्हें मशीनें नहीं लिख सकतीं. अंततः यह प्रयोग पत्रकारिता को नष्ट करने के बजाय उसे नया और रचनात्मक बनाने का एक प्रयास है.

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21 March 2025, 06:00 PM IST

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