Guidelines For OTT Platform : ओटीटी प्लेटफॉर्म जैसे नेटफ्लिक्स, डिजनी अन्य पर दिखाए जा रहे अश्लील और हिंसा के कंटेंट पर लगाम लगाने के लिए केंद्र सरकार जल्द एक्शन लेने वाली है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार आने वाले दिनों में ये सभी ओटीटी प्लेटफॉर्म भारत में इस तरह के कंटेंट नहीं दिखा सकेंगे. इन पर अपलोड किए गए कंटेंट में मौजूद अश्लील व हिंसा पर सरकार कैंची चला सकती है. ओटीटी प्लेटफॉर्म को कहा गया है कि उनकी सामग्री को ऑनलाइन प्रसारण से पहले अश्लीलता और हिंसा के लिए स्वतंत्र समीक्षा की जानी चाहिए.
20 जून को सूचना और प्रसारण मंत्रालय की बैठक में स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्मों को यह प्रस्ताव दिया गया था. इस पर कंपनियों ने आपत्ति जताई थी और तब कोई फैसला तत्काल नहीं लिया जा सका था. इस मीटिंग में अमेजन, डिज्नी, नेटफ्लिक्स, वायकॉम 18, एप्पल और रिलायंस जैसी बड़ी कंपनी के दिग्गज शामिल हुए थे.
इस मामले पर सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा था कि स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्मों को रचनात्मक अभिव्यक्ति के रूप में अश्लीलता व दुर्व्यवहार का प्रचार नहीं करना चाहिए. उन्होंने कहा इसको लेकर शिकायतें बढ़ रही हैं और सरकार समस्या के समाधान के लिए जरूरत पड़ने पर नियमों में बदलाव करने को तैयार है. आपको बता दें इस बैठक में एक विशेष पैनल के गठन का भी प्रस्ताव पेश किया गया.
ओटीटी प्लेटफॉर्म पर अश्लील और हिंसा कंटेंट के प्रसारण पर कैंची चलाने के मामले में कंपनियों ने अपना बयान दिया. उन्होंने कहा कि वे मजबूत अभिभावकीय नियंत्रण सुनिश्चित करेंगे और इंटरनेशनल कंटेंट की उपयुक्ता के संबंध में खास ध्यान रखेंगे. सरकार ने सभी कंपनियों से अधिक सक्रिय दृष्टिकोण की जरूरत पर फोकस करने को कहा है. First Updated : Saturday, 15 July 2023