भारत के कई हिस्सों में सूर्य का प्रकोप देखने को मिल रहा है. लगातार तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. अगर तापमान ऐसे ही बढ़ता रहा तो इसका असर दूरसंचार टावर प्रतिष्ठानों में एयर कंडीशनिंग का खर्च पर देखने को मिल सकता है. हीटवेव के कारण दूरसंचार टावर प्रतिष्ठानों में एयर कंडीशनिंग का खर्च बढ़ने की उम्मीद है.
इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, कंपनियों के अधिकारियों और विश्लेषकों ने दावा किया है कि अगर अगले महीने तक हीटवेव की स्थिति ऐसी ही बनी रहती है, तो Jio, Airtel और Vodafone Idea जैसे टेलीकॉम ऑपरेटरों द्वारा टावर इंस्टॉलेशन को प्रभावी ढंग से चलाने के लिए आवश्यक बिजली और ईंधन की लागत बढ़ सकती है.
आमतौर पर, टावर कंपनियां ऊर्जा लागत में किसी भी बदलाव का बोझ दूरसंचार कंपनियों पर डालती हैं. बढ़ती गर्मी मोबाइल कनेक्टिविटी को भी प्रभावित कर सकती है. उद्योग विशेषज्ञों ने दावा करते हुए चेतावनी दी है कि अगर तापमान में बढ़ोतरी हुई तो जल्द ही टावर नेटवर्क विस्तार को भी धीमा कर सकता है.
टावर कंपनियों के साथ मिलकर काम कर चुके रेड सीर स्ट्रैटेजी कंसल्टेंट्स के पार्टनर मोहित राणा ने ईटी को दिए एक बयान में कहा कि, 'अगर गर्मी जल्द कम नहीं होती है, तो इसका असर पर्यावरण पर देखने को मिलेगा. बढ़ती तापमान, टेलीकॉम टावरों में सक्रिय बुनियादी ढांचे के तत्वों को प्रभावित कर सकती है. इसके अलावा एयर कंडीशनिंग के लिए टेलीकॉम कंपनियों को बिजली और ईंधन की लागत में लगभग 3-5% की वृद्धि का सामना करना पड़ सकता है. खासकर कई मोबाइल कनेक्टिविटी/कवरेज में बधाए डाल सकती है जिससे टेलीकॉम कंपनियों का परिचालन बोझ बढ़ जाएगा.
डीजल की कीमतें दूरसंचार टावरों की परिचालन लागत निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, जो वार्षिक नेटवर्क परिचालन खर्चों का एक बड़ा हिस्सा है. देशभर में डीजल की कीमतें इन लागतों का लगभग एक तिहाई हिस्सा रखती हैं. ऐसे में अगर गर्मी की स्थिति ऐसी ही रही तो कीमतों में किसी भी तरह की बढ़ोतरी से दूरसंचार कंपनियों पर वित्तीय दबाव बढ़ सकता है.
विश्लेषकों ने चेतावनी दी है कि आम चुनाव के बाद डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी दूरसंचार कंपनियों के लिए दोहरी चुनौती पेश कर सकती है जिससे उनका मार्जिन कम हो सकता है. भारत में बढ़ती गर्मी टेलीकॉम दिग्गजों के लिए बहुआयामी चुनौतियां खड़ी कर रही है, जिससे परिचालन लागत और मोबाइल कनेक्टिविटी दोनों प्रभावित हो रही हैं. First Updated : Tuesday, 07 May 2024