वैज्ञानिकों ने ढूंढा पृथ्वी जैसा ही ग्रह, साल में होते है 13 दिन, जानें यहां का वातावरण

नासा के वैज्ञानिकों ने पृथ्वी और शुक्र के बीच और एक दिलचस्प दुनिया की खोज करके पूरे विश्व को हैरान कर दिया है. जो पृथ्वी से लगभग 40 प्रकाश वर्ष दूर है.

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अंतरिक्ष में कई रहस्य छिपे हुए है.इनमें से एक हमारी पृथ्वी भी शामिल है. आपने कभी सोचा है कि हमारे पृथ्वी की तरह भी कोई ग्रह हो सकता है. जहां जीवन संभव है. वहां भी लोग रहे सकते हैं. नासा के वैज्ञानिकों ने पृथ्वी और शुक्र के बीच और एक दिलचस्प दुनिया की खोज करके पूरे विश्व को हैरान कर दिया है. जो पृथ्वी से लगभग 40 प्रकाश वर्ष दूर है. यह ग्रह बिल्कुल पृथ्वी जैसा ही दिखता है, इसलिए वैज्ञानिक इसे पृथ्वी की बहन कह रहे हैं. उनका मानना ​​है कि यहां ऐसा वातावरण भी हो सकता है जिस पर इंसानी जीवन हो सकता है.

नासा के ट्रांजिटिंग एक्सोप्लैनेट सर्वे सैटेलाइट (TESS) द्वारा खोजे गए पृथ्वी और शुक्र के बीच इसे एक्सोप्लैनेट को Gliese 12b नाम दिया गया है. यह एक छोटे और ठंडे लाल बौने तारे की परिक्रमा करता है. वैज्ञानिकों के अनुसार इसकी चौड़ाई पृथ्वी की चौड़ाई से लगभग 1.1 गुना अधिक है. तारे का आकार सूर्य के आकार का केवल 27% है, जिसमें सूर्य की सतह का तापमान लगभग 60% है. यह हर 12.8 दिनों में परिक्रमा करता है और इसका आकार पृथ्वी या शुक्र के बराबर या उससे थोड़ा छोटा है. इस नए ग्रह का तापमान लगभग 107 डिग्री फ़ारेनहाइट है. 

नासा के वैज्ञानिकों की मानें तो यहां का वातावरण  इस ग्रह को रहने लायक बनाता है. यहां पानी हो सकता है. क्योंकि न तो ज्यादा गर्मी है और न ही ज्यादा ठंड. दोनों का एक निश्चित मात्रा में होना जीवन के लिए बहुत जरूरी है. यदि बहुत ठंड है तो कोई जीवन नहीं बचेगा और यदि वातावरण बहुत गर्म है तो कोई जीवन नहीं बचेगा. हालांकि, अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि इस ग्रह पर वायुमंडल है या नहीं. पर्यावरण जीवन जीने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. वैज्ञानिकों का मानना ​​है कि उन्होंने अब तक जो देखा है उससे तो यही लगता है कि इस ग्रह पर अवश्य ही कोई वातावरण रहा होगा.

First Updated : Monday, 27 May 2024