क्या आपको अपने स्मार्टफोन को 100 प्रतिशत चार्ज करना बंद कर देना चाहिए? विशेषज्ञों ने बताया क्यों
स्मार्टफोन की बैटरी 60 प्रतिशत तक तेजी से चार्ज होती है, फिर पूरी तरह चार्ज होने पर धीमी हो जाती है। हालांकि कभी-कभार ऐसा करने से कोई नुकसान नहीं होता, लेकिन बार-बार 100 प्रतिशत चार्ज करने से वोल्टेज में गिरावट आती है, जिससे बैटरी खराब होने की संभावना बढ़ जाती है।

आज कल अधिकांश स्मार्टफोन बिना निकाली जा सकने वाली बैटरी के साथ आते हैं और सैमसंग तथा गूगल जैसे कुछ अग्रणी स्मार्टफोन ब्रांड 5 वर्ष से अधिक के सॉफ्टवेयर अपडेट की पेशकश करते हैं, जहां उपयोगकर्ता इस बात को लेकर चिंतित रहते हैं कि उनकी बैटरी उनके फोन के जीवनकाल तक चलेगी या नहीं। अगर आप अपने स्मार्टफोन की बैटरी को लंबे समय तक चलाना चाहते हैं, तो इसके लिए कुछ प्रमुख हैंडसेट (एंड्रॉइड और आईओएस) अब चार्जिंग को 80 प्रतिशत तक सीमित करने का विकल्प देते हैं। हालांकि यह बहस का विषय लग सकता है, लेकिन यह सुविधा आपके हैंडसेट की बैटरी लाइफ को बढ़ा सकती है और डिवाइस के प्रदर्शन को बेहतर बना सकती है।
80 प्रतिशत तक ही क्यों सीमित रखना चाहिए?
अपने स्मार्टफोन के चार्ज को 80 प्रतिशत तक सीमित करने का विचार विज्ञान द्वारा समर्थित है। दो प्रमुख कारक समय के साथ बैटरी जीवन को कम करते हैं: यद्यपि अत्यधिक गर्मी से बचकर (जैसे चार्ज करते समय फोन का उपयोग करना या उसे नरम सतह पर रखना) गर्मी को नियंत्रित किया जा सकता है, फिर भी हर बार फोन चार्ज करते समय वोल्टेज तनाव उत्पन्न होता है।