Tata ग्रुप इस माह के अंत तक Wistron के बेंगलुरू स्थित iPhone प्लांट के टेकओवर की प्रक्रिया को पूरा कर लेगा। अधिग्रहण की दिशा में टाटा ने प्लांट में संस्थागत बदलाव करने भी शुरू कर दिए हैं। रिपोर्ट्स की मानें तो टाटा इस टेकओवर के बाद भारत को Apple प्रोडक्ट्स के लिए डोमेस्टिक प्रोडक्शन लाइन मिल जाएगी। गौरतलब है कि एप्पल मुंबई में अपना पहला फ्लैगशिप रिटेल स्टोर जियो वर्ल्ड ड्राइव मॉल में खोलने जा रहा है।
Tata ग्रुप लंबे समय से Wistron के अधिग्रहण में जुटा था। विस्ट्रॉन कॉर्प प्रोडक्ट डवलपमेंट से लेकर सप्लाई चेन और असेम्बली के लिए एक जाना-पहचाना नाम है। टाटा के विस्ट्रॉन अधिग्रहण के बाद वह iPhone बनाने वाली एक बड़ी कंपनी बन जाएगी। टाटा ने अब प्लांट में कई बदलाव करने शुरू कर दिए हैं। विभिन्न रिपोर्ट्स के अनुसार takeover प्रोसेस के तहत टाटा इस फैक्ट्री के 2000 वर्कर्स, 400 मिड-लेवल एम्प्लॉइज और 4-5 सीनियर लेवल ऑफिसर की छंटनी कर उन्हें बाहर का रास्ता दिखा सकता है। हालांकि टाटा ग्रुप अपने आईफोन पार्ट्स बनाने वाले तमिलनाडु के प्लांट में दो साल में 45 हजार से अधिक लोगों को नौकरी भी दे सकता है। इसमें बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल होंगी।
अधिग्रहण के बाद टाटा विस्ट्रॉन के प्लांट में Apple का iPhone 15 बना सकता है। गौरतलब है कि Wistron अभी इंडियन प्लांट से अपनी आठ प्रोडक्शन लाइन्स में iPhone 12 और iPhone 14 का प्रोडक्शन कर रहा है। गौरतलब है कि भारत में एप्पल के आईफोन की असेंबलिंग वर्ष 2017 से की जा रही है। पहले विस्ट्रॉन और उसके बाद foxconn ने आईफोन के लिए असेंबलिंग यूनिट लगाई थी। आईफोन 11, आईफोन 12, आईफोन 13 और आईफोन 14 की मैन्यूफैक्चरिंग भी यहीं होती है। अब चूंकि टाटा द्वारा अधिग्रहण के बाद विस्ट्रॉन इंडियन मार्केट से बाहर हो जाएगा और टाटा का यह प्लांट देश में आईफोन बनाने वाली किसी कंपनी का पहला प्लांट होगा।
Covid-19 के संकट के दौरान चीनी नीतियों के कारण Apple को काफी नुकसान उठाना पड़ा था। इसके बाद से एप्पल make in india पर चलते हुए भारत में अपना प्रोडक्शन बढ़ाने की नीति पर काम कर रहा है। गौरतलब है कि पिछले साल चीन और अमरीका के बीच तनातनी के बीच अमेरिकी कंपनी क्यूपर्टिनो ने अपने ग्लोबल प्रोडक्शन का लगभग 25% भारत में शिफ्ट करने का प्लान उजागर किया था। वहीं एप्पल प्रोडक्ट्स को असेंबल करने वाली तीन ताइवानी फर्मों में से विस्ट्रॉन ने अपना प्लांट जहां टाटा को बेच दिया तो फॉक्सकॉन और पेगाट्रॉन भारत में अपनी प्रोडक्शन लाइनें बढ़ा चुकी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार टाटा कंपनी अपना व्यापार एप्पल के साथ बढ़ाने के लिए Pegatron की मैन्युफैक्चरिंग यूनिट्स का भी अधिग्रहण कर सकता है। एप्पल भी टाटा के साथ मिलकर अपने नए मॉडल्स का प्रोडक्शन जल्दी और तेज गति से करना चाहता है और यही कारण है कि वह आईफोन का प्रोडक्शन चीन के बाहर अन्य देशों में भी करने की कोशिशों में जुटा है। गौरतलब है कि भारत में किसी नए मॉडल का प्रोडक्शन चीन में लॉन्चिंग के एक दो माह बाद शुरू होता है। चूंकि एप्पल आईफोन 15 की लॉन्चिंग इस साल सितम्बर-अक्टूबर में होनी है, ऐसे में टाटा का यह प्रयास रहेगा कि ग्लोबल लॉन्चिंग से पहले ही इस आईफोन का प्रोडक्शन देश में शुरू हो जाए।
एप्पल के लिए भारत बहुत खास है, क्योंकि यहां उसके iPhone, iPad, Apple Watch सहित विभिन्न प्रोडक्ट्स का मार्केट अनुमानित रूप से 600 मिलियन डॉलर है। यही कारण है कि टाटा द्वारा विस्ट्रॉन के टेकओवर को बड़े बदलाव के रूप में देखा जा रहा है। एप्पल ने भी इंडियन मार्केट को देखते हुए मुंबई में 22 हजार वर्गफीट में रिटेल स्टोर तैयार किया है, जिसके जल्द ही ओपन होने की उम्मीद है। एप्पल जल्द ही दिल्ली में भी एक रिटेल स्टोर खोल सकता है। First Updated : Tuesday, 11 April 2023