स्पेस में घूम रहा शिकारी, एक झटके में बड़े से बड़े ग्रहों को निगल सकता है, आइए जानतें हैं कौन है वह?
वैज्ञानिक रिसर्च के अनुसार, आम ब्लैक होल्स तो मरते हुए तारों से बनते हैं, लेकिन आदिम ब्लैक होल्स ब्रह्मांड की शुरुआत के कुछ ही समय बाद बने थे. जब ब्रह्मांड के कुछ हिस्से इतने घने थे कि खुद ही अपने गुरुत्व बल के कारण ढह गए. हाल ही में अमेरिका की यूनिवर्सिटी एट बफेलो और ताइवान की नेशनल डोंग ह्वा यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि ये आदिम ब्लैक होल्स धरती के अंदर भी हो सकते हैं.

स्पेस में एक शैतान घूम रहा है, जो बड़े से बड़े प्लानेट्स को एक झटक में ही खा सकता. वैज्ञानिकों ने जब अंतरिक्ष में ये नजारा देखा, तो वो भी हैरान रह गए. चलिए बताते हैं कि हम किस शिकारी की बात कर रहे हैं? स्पेस में ब्लैक होल्स ऐसा शिकारी है, जो बड़े से बड़े ग्रह को निगल सकता है. बतात चलें कि ब्लैक होल्स यानि काले गड्ढे अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के लिए हमेशा से बेहद रहस्यमयी और हैरान करने वाले रहे हैं. क्योंकि यही वो जगह होती है जहां से कोई चीज बाहर नहीं निकल सकती. यहां तक कि यहां रोशनी भी नजर नहीं आती. ऐसे में ब्लैक होल में प्लानेट का खो जाना आम बात है.
वैज्ञानिकों की नए रिसर्च में चौंकाने वाला दावा
वैज्ञानिक रिसर्च के अनुसार, आम ब्लैक होल्स तो मरते हुए तारों से बनते हैं, लेकिन आदिम ब्लैक होल्स ब्रह्मांड की शुरुआत के कुछ ही समय बाद बने थे. जब ब्रह्मांड के कुछ हिस्से इतने घने थे कि खुद ही अपने गुरुत्व बल के कारण ढह गए. हाल ही में अमेरिका की यूनिवर्सिटी एट बफेलो और ताइवान की नेशनल डोंग ह्वा यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि ये आदिम ब्लैक होल्स धरती के अंदर भी हो सकते हैं. यह मेंटल में या चट्टानों के आर-पार हो सकते हैं.
जब ब्लैक होल सॉलिड प्लानेट में घुसता है तो क्या होता?
यह रिसर्च दो वैज्ञानिक देजान स्टॉइकोविच और दे-चांग डाई ने मिलकर तैयार की है. इसमें बताया गया है कि कैसे ब्लैक होल्स ग्रहों और उल्कापिंडों में प्रवेश कर सकते हैं. अगर किसी प्लानेट का कोर पिघला हुआ है, तो ब्लैक होल में फंसकर धीरे-धीरे खत्म हो जाता है. इससे पूरा ग्रह खोखला हो सकता है, बस उसका बाहरी खोल ही बचता है. वैज्ञानिकों का मानना है कि ऐसे मामलों में सिर्फ छोटे ग्रह जैसे पृथ्वी से 10 गुना छोटे ही लंबे समय तक टिक पाएंगे, वरना बड़े ग्रह ढह जाएंगे.
धरती के अंदर भी हो सकते हैं ब्लैक होल?
अगर प्लानेट की कोर सॉलिड है, तो ब्लैक होल इतनी तेजी से घुस सकता है कि वह पत्थर को चीरते हुए बाल से भी पतली सुरंग बनाता चला जाएगा. ये टनल अरबों सालों तक रह सकती हैं. हालांकि, वैज्ञानिकों का मानना है कि ब्लैक होल पृथ्वी को नहीं खा सकते, क्योंकि अगर ऐसा होता तो अब तक धरती ढह चुकी होती. उनका मानना है कि धरती अंदर से खोखली नहीं हैं. वैज्ञानिकों के अनुसार, ब्लैक होल्स बहुत घने होते हैं और उनके गुजरने पर कोई ऊर्जा नहीं निकलती, इससे उनकी मौजूदगी को ट्रैक करना मुश्किल है.