International Translation Day : आज के समय में हर इंसान को दो-तीन भाषाओं का ज्ञान जरूर होता है. सबसे पहले मात्र हर किसी की प्रमुख भाषा होती है. लेकिन जब हम किसी दूसरे देश में जाते हैं तो वहां के लोगों से बातचीत करने में हमें कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है. लेकिन डिजिटल युग में एक भाषा को दूसरी भाषा में अनुवादित करना बहुत ही आसान हो गया है. स्मार्टफोन ने हमारी जिंदगी को सरल बना दिया है. गूगल ट्रांसलेट जैसे ऐप्स से एक सैकंड में भाषा से जुड़ी समस्या खत्म हो जाती है. अनुवाद के महत्व को देखते हुए हर साल 30 सितंबर को वर्ल्ड ट्रांसलेशन डे मनाया जाता है.
जानकारी के अनुसार 3 दशक पहले कंप्यूटर असिस्टेड ट्रांसलेशन टूल की मदद से लोग शब्दावली और नोट बनाने के लिए भाषा को अनुवादित करते थे. इस दौरान क्लाइड बेस़्ड ट्रांसलेशन मैनेजमेंट सिस्टम की बाजार में एंट्री हुई और ट्रांसलेशन की प्रक्रिया पहले से और भी आसान हो गई. टेक्नोलॉजी का धीरे-धीरे विकास होने लगा. फिर दिग्गज टेक कंपनी गूगल ने साल 2006 में अपना गूगल ट्रांसलेशन प्लेटफॉर्म को लॉन्च किया. तब इसकी सुविधा प्रिडिक्टिव एल्गोरिदम और स्टेटिस्टिकल ट्रांसलेशन बेस्ड ऐप को सामान्य यूजर्स तक पहुंचा. इसके बाद वर्ष 2016 में न्यूरल मशीन आने से अनुवाद की गति और गुणवत्ता में सुधार करना शुरू किया.
एआई टेक्नोलॉजी आने से ट्रांसलेशन टेक्नोलॉजी नई ऊंचाइयों पर पहुंच रही है. एआई की मदद से टेक सेक्टर में लगातार विकास हो रहे हैं. आज आप गूगल ट्रांसलेट से फ्री में 100 से अधिक भाषाओं में अपने कंटेंट को ट्रांसलेट कर सकते हैं. वहीं अलेक्सा ट्रांसलेशन से भी अनुवाद की सुविधा लोगों को मिलती है. बता दें अनुवाद करने से भाषाएं विकास, सांस्कृतिक विविधता के संरक्षण और ज्ञान को बड़े स्तर पर पहुंचाया जाता है. ऐप्स से अलग-अलग भाषाएं बोलने से लोगों के बीच दूरियां खत्म होती हैं. First Updated : Saturday, 30 September 2023