यूट्यबर्स ने EVM मशीन पर बनाई वीडियो, Youtube ने थमा दिया नोटिस, जानिए क्यों

मेहगनाद और स्वतंत्र पत्रकार सोहित मिश्रा को हाल ही में यूट्यूब ने ईवीएम और वीवीपैट मशीनों से संबंधित उनके कुछ वीडियो को लेकर अलर्ट किया

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YouTube: यूटयूब ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों से जुड़ी वीडियो को लेकर अलर्ट रहने को कहा है. ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म ने भी ऐसे कुछ वीडियो के पर रोक लगाना शुरू कर दिया है, जिसका मतलब है कि यूटयूब क्रियेटर को इस तरह से आने वाले विज्ञापन से मिलने वाले पैसा नहीं मिलेगा.

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, मेहगनाद और स्वतंत्र पत्रकार सोहित मिश्रा को हाल ही में यूट्यूब ने ईवीएम और वोटर वेरिफाइड पेपर ऑडिट ट्रेल मशीनों से संबंधित उनके कुछ वीडियो पर रखी गई कमाई की सीमाओं को लेकर अलर्ट किया है. आपको बता दें. प्लेटफ़ॉर्म ने विज्ञापन के दिशानिर्देशों का हवाला देते हुए कहा कि स्पष्ट रूप से गलत जानकारी वाले वीडियो में विज्ञापन से होने वाली कमाई नहीं मिलेगी. 

दोनों के 3.68 लाख से ज्यादा सब्स्क्राइबर

 मेहगनाद और स्वतंत्र पत्रकार सोहित मिश्रा यूटयूब पर कई सारे सब्स्क्राइबर हैं. सोहित मिश्रा ऑफिशियल के 3.68 लाख से ज्यादा सब्स्क्राइबरह हैं और मेहगनाद के चैनल पर 42,000 से भी ज्यागा सब्स्क्राइबरह हैं

हाल ही में यूटयूब प्लेटफ़ॉर्म ने मेहगनद के चार लाइव-स्ट्रीम वीडियो के  विज्ञापनों से होने वाली कमाई पर रोक लगा दिया है. इनमें हर वीडियो 2 से 3 घंटा लंबा है. मेहगनद को ईवीएम पर लोगों को लेकर लोगों को सवालों का जवाब देते हुए, 100% वीवीपैट गिनती के बारे में सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई पर अपडेट करते हुए दिखाया गया है.

नियमों का किया उल्लंघन 

यूट्यूब के अनुसार मिश्रा और मेघनाद के वीडियो के विज्ञापनों को इस आधार पर ब्लॉक कर दिया गया कि उन्होंने विज्ञापन में दिशानिर्देशों का उल्लंघन किया है. कहा जा रहा है कि इन उल्लंघनों में सार्वजनिक मतदान प्रक्रियाओं, उम्र या जन्मस्थान के आधार पर राजनीतिक उम्मीदवार की पात्रता, चुनाव परिणाम और जनगणना के बारे में स्पष्ट रूप से गलत जानकारी को बढ़ावा देना शामिल है जो आधिकारिक सरकारी रिकॉर्ड के विपरीत है. First Updated : Saturday, 13 April 2024