Joshimath की ताजा ख़बरें



उत्तराखंड में दरारों ने बढ़ाई दहशत, अब जेपी कॉलीनी पर आ रही मुसीबत
जेपी कॉलीनी पर संकट मंडरा रहा है। दरअसल, यहां मकानों की दीवारों और छतों में दरारें पड़ने लगी है। हालात को देखते हुए स्थानीय लोगों में दहशत बनी हुई है।
वहीं जोशीमठ की जेपी कॉलोनी के निरीक्षण के बाद पाया गया कि
इसे काफी नुकसान पहुंचा है। पूरी जेपी कॉलोनी ही भू धंसाव की चपेट में है। ऐसे में इसकी मरम्मत नहीं की जा सकती है। बता दें कि इस कॉलोनी में 30 से ज्यादा मकान है, जिनमें बड़ी दरारें आ गई है और ये बढ़ती ही जा रही है।

जोशीमठ में हल्की बारिश की वजह से बुल्डोजर एक्शन में हो रही है देरी
उत्तराखंड के जोशीमठ में हजारों परिवार सिसक रहे हैं।एक तो ठंड के मारे बुरा हाल और ऊपर से अपनी खून-पसीने की कमाई से बनाए गये घरों में बुल्डोजर चलने का डर।मानों सब-कुछ लुट चुका है।आज जिन भवनों में दरारें पड़ गयी हैं,उनके ध्वस्तीकरण का काम शुरू होगा लेकिन अभी खबर है कि जोशीमठ में मौसम बिगड़ गया है और हल्की बारिश भी होने लगी है



Joshimath: स्वर्ग के प्रवेश द्वार पर संकट! जानिए शंकराचार्य की तपोस्थली ‘जोशीमठ’ का पूरा इतिहास
उत्तराखंड को ऊपर वाले ने जितनी खूबसूरती से नवाजा है, उतना ही दुश्वारियां भी इसकी झोली में डाली हैं। कुदरत का कहर, यहां कब बरप जाए ये कोई नहीं कह सकता है... जैसे कि इस वक्त यहां का प्राचीन और लोकप्रिय शहर ‘जोशीमठ’ भूस्खलन की चपेट में आ चुका है। यहां घरों की दीवारें दरक रही हैं तो धरती का सीना फाड़ पानी की धार बहने लगी है। ऐसे में इस भारी संकट (Joshimath sinking) को देखते हुए शहर के सैकड़ों घरों को खाली कराया जा रहा है। लेकिन इस बीच सवाल ये है कि शहर से आबादी तो हटाई जा सकती है, पर यहां के पौराणिक महत्व वाले धार्मिक स्थलों का क्या? क्या स्वर्ग का द्वार कहा जाने वाला जोशीमठ यूं ही ध्वस्त हो जाएगा।