Joshimath की ताजा ख़बरें
Thursday, 28 September 2023
Uttarakhand: दो महीने में छह सेमी से एक मीटर तक धंसा जोशीमठ, एनजीआरआई की रिपोर्ट में हुआ खुलासा
Sunday, 26 February 2023
जोशीमठ के नरसिंह मंदिर के पास फिर फूटी जलधारा
Tuesday, 17 January 2023
उत्तराखंड में दरारों ने बढ़ाई दहशत, अब जेपी कॉलीनी पर आ रही मुसीबत
जेपी कॉलीनी पर संकट मंडरा रहा है। दरअसल, यहां मकानों की दीवारों और छतों में दरारें पड़ने लगी है। हालात को देखते हुए स्थानीय लोगों में दहशत बनी हुई है।
वहीं जोशीमठ की जेपी कॉलोनी के निरीक्षण के बाद पाया गया कि
इसे काफी नुकसान पहुंचा है। पूरी जेपी कॉलोनी ही भू धंसाव की चपेट में है। ऐसे में इसकी मरम्मत नहीं की जा सकती है। बता दें कि इस कॉलोनी में 30 से ज्यादा मकान है, जिनमें बड़ी दरारें आ गई है और ये बढ़ती ही जा रही है।
Wednesday, 11 January 2023
जोशीमठ में हल्की बारिश की वजह से बुल्डोजर एक्शन में हो रही है देरी
उत्तराखंड के जोशीमठ में हजारों परिवार सिसक रहे हैं।एक तो ठंड के मारे बुरा हाल और ऊपर से अपनी खून-पसीने की कमाई से बनाए गये घरों में बुल्डोजर चलने का डर।मानों सब-कुछ लुट चुका है।आज जिन भवनों में दरारें पड़ गयी हैं,उनके ध्वस्तीकरण का काम शुरू होगा लेकिन अभी खबर है कि जोशीमठ में मौसम बिगड़ गया है और हल्की बारिश भी होने लगी है
Wednesday, 11 January 2023
जोशीमठ में ख़ौफ़ और मायूसी का आलम,आज शुरू होगा ध्वस्तीकरण
प्रशासन द्वारा असुरक्षित जोन घोषित क्षेत्रों को खाली करा लिया गया है। वहीं बुधवार को 678 घर और 2 होटलों पर बुलडोजर से कार्रवाई की जाएगी। प्रभावित इलाकों में SDRF की टीम तैनात की गई है। साथ ही लोगों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया जा रहा है।
Tuesday, 10 January 2023
Joshimath: स्वर्ग के प्रवेश द्वार पर संकट! जानिए शंकराचार्य की तपोस्थली ‘जोशीमठ’ का पूरा इतिहास
उत्तराखंड को ऊपर वाले ने जितनी खूबसूरती से नवाजा है, उतना ही दुश्वारियां भी इसकी झोली में डाली हैं। कुदरत का कहर, यहां कब बरप जाए ये कोई नहीं कह सकता है... जैसे कि इस वक्त यहां का प्राचीन और लोकप्रिय शहर ‘जोशीमठ’ भूस्खलन की चपेट में आ चुका है। यहां घरों की दीवारें दरक रही हैं तो धरती का सीना फाड़ पानी की धार बहने लगी है। ऐसे में इस भारी संकट (Joshimath sinking) को देखते हुए शहर के सैकड़ों घरों को खाली कराया जा रहा है। लेकिन इस बीच सवाल ये है कि शहर से आबादी तो हटाई जा सकती है, पर यहां के पौराणिक महत्व वाले धार्मिक स्थलों का क्या? क्या स्वर्ग का द्वार कहा जाने वाला जोशीमठ यूं ही ध्वस्त हो जाएगा।