मुल्क के सबसे बड़े सूबे यूपी में एसआई भर्ती परीक्षा में बड़ा स्कैम सामने आया है। बता दें कि योगी सरकार की सख्ती के बाद ये फर्जीवाड़ा पकड़ में आया है।मामला गोरखपुर के न्यू सर्वोदय आन लाइन सेंटर पर अंजाम दिया गया। पुलिस ने इस मामले में 11 लोगों के खिलाफ फ्रॉड,जाली दस्तावेज तैयार करना, साजिश रचने और आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया है। अभी तक इस केस में तीन आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़े हैं। अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है।
डीसीपी मध्य अपर्णा रजत कौशिक ने जानकारी दी कि यूपी पुलिस भर्ती और प्रोन्नति बोर्ड के एसपी हफीजुर रहमान ने तहरीर दी।ये मामला 2020-21 का है जिसमें जाली तौर तरीकों से युवकों को नौकरी दिलाने वाले गिरोह के बारे में जानकारी दी गयी है।इस मामले में 11 लोगों के नाम सामने आये हैं।
जो लोग इस स्कैम में शामिल हैं उन पर आरोप है कि उन्होंने भर्ती बोर्ड की परीक्षा में गलत तरीके से अभ्यर्थियों को पास कराने के लिए ना केवल मोटी रकम हासिल की बल्कि जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल भी किया। पुलिस अधीक्षक हफीजुर रहमान की तहरीर पर पुलिस ने जौनपुर के कान्हापुर सोनहिता के रितेश, प्रतापगढ़ आसपुर देवसरा के अतुल यादव, किला चौराहा आशियाना के अजय चौहान, बांगरकला करौंदी सुल्तानपुर का वीके सिंह उर्फ बृजीत सिंह, बलिया बैरिया के शशि, फरीदाबाद हरियाणा के बृजपाल यादव , गोरखपुर गुलहरिया शिवपुर सहबाजगंज के अनुभव सिंह, न्यू सर्वोदय आन लाइन सेंटर गोरखपुर के एपीओसी आनंद कुमार सिंह, न्यू सर्वोदय आन लाइन सेंटर गोरखपुर सीपी सूरज कुमार मिश्रा,संस्था के आनंद मिश्रा और आईटी सुपरवाइजर जगदीश्वर पांडेय के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस इस मामले में जांच आगे बढ़ा रही है।इस बारे में पकड़े गये लोगों से सख्ती से पूछताछ की जा रही है।पुलिस का कहना है कि जैसे जैसे जांच आगे बढ़ेगी वैसे वैसे फर्जीवाड़े की पर्तें खुलती जाएंगी।इस नेटवर्क के अन्य लोगों की तलाश जारी है। First Updated : Friday, 16 December 2022