Rampur: दो साल से बंद 9 बार के विधायक आज़म खान को लखनऊ हाई कोर्ट से मिली जमानत
Rampur: दो साल से बंद 9 बार के विधायक आज़म खान को लखनऊ हाई कोर्ट से मिली जमानत
रामपुर में जमीन के कब्जे के कई मामलों के साथ अन्य केस में सजा काट रहे जेल में बंद रामपुर से समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खां (Azam Khan) को इलाहाबाद हाई कोर्ट ने मंगलवार को जमानत दे दी है। आजम खां लगभग दो वर्ष से सीतापुर की जेल में बंद हैं।
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में रामपुर से सपा प्रत्याशी आजम खां (Azam Khan) जमानत मिलने के बाद अब लगता है कि मतदान के परिणाम घोषित होने के दिन यानी 10 मार्च को रामपुर पहुंच जाएंगे। सीतापुर जेल प्रशासन को अब आजम खान को जमानत का आदेश मिलने का इंतजार है। सपा सांसद आजम खां को इलाहाबाद हाई कोर्ट से जमानत मिल चुकी है। सपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे आजम खां (Azam Khan) रामपुर से समाजवादी पार्टी से सांसद हैं। फर्जीबाड़े के मामले में आजम खां (Azam Khan) के साथ उनके बेटे अब्दुल्ला आजम खां (Abdullah Azam Khan) तथा उनकी पत्नी भी जेल में बंद थे। आजम खां की पत्नी तंजीम फात्मा (Tanzeem Fatma) फिलहाल रामपुर से विधायक हैं जबकि बेटा अब्दुल्ला आजम खां उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव 2022 में रामपुर के स्वार टांडा से सपा प्रत्याशी हैं।
दो साल से जेल में बंद हैं
सपा पार्टी के धांसू नेता सांसद आजम खां (Azam Khan) ने 26 फरवरी 2020 को कोर्ट में समर्पण किया था। उनके साथ ही उनकी पत्नी शहर विधायक डा.तंजीम फात्मा और बेटे अब्दुल्ला आजम खान भी कोर्ट में हाजिर हुए थे। अदालत ने तीनों को जेल भेजा था। तंजीम फात्मा (Tanzeem Fatma) 10 महीने बाद और अब्दुल्ला 23 माह बाद जमानत पर छूटे। आजम खां फिलहाल अभी तक सीतापुर जेल में ही है।
आजम खां (Azam Khan) और उनके करीबियों पर साल 2019 में एक साथ कई मुकदमे दर्ज हुए। आज़म खान (Azam Khan) के खिलाफ 87 मुकदमे विचाराधीन हैं, तीन मुकदमों में जमानत होना अभी भी बाकी है। इनमें एक मामला शत्रु संपत्ति से जुड़ा है। जिस जमीन का मामला है वह मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी परिसर में है। इस मुकदमे में जमानत अर्जी पर हाईकोर्ट में सुनवाई हो चुकी है, फ़िलहाल फैसला सुरक्षित है। दूसरा मामला जल निगम भर्ती घोटाले से संबंधित है। इसमें सीबीआइ कोर्ट (CBI Court) लखनऊ में जमानत अर्जी पर सुनवाई होनी है।
जेल से ही लड़ा चुनाव
आजम खां ने जेल में रहते हुए रामपुर शहर से सपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा है, जबकि उनके बेटे अब्दुल्ला आजम खान (Abdullah Azam Khan) ने स्वार-टांडा विधाससभा सीट से चुनाव लड़ा है। उन्होंने अपने साथ ही आजम खां (Azam Khan) के चुनाव की कमान भी संभाली। अब 10 मार्च को नतीजे बताएंगे कि जेल में बंद आजम खां (Azam Khan) दसवीं बार रामपुर शहर से विधायक बन पाएंगे या नहीं। वह 9 बार विधायक बन चुके हैं। अब्दुल्ला आजम खान (Abdullah Azam Khan) का कहना है कि इस बार भी भारी मतों से चुनाव जीतेंगे। उन्हें उम्मीद है कि जमानत मंजूर होने पर शीघ्र ही आजम खां भी जेल से बाहर आ जाएंगे।