यूपी निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण लागू किए जाने के मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ ने फैसला सुना दिया है। कोर्ट ने ओबीसी आरक्षण को रद्द कर चुनाव कराने का आदेश दिया है। अब इस फैसले के खिलाफ यूपी सरकार सुप्रीम कोर्ट जा सकती है। हाईकोर्ट के फैसले पर आम आदमी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह बीजेपी पर हमला किया है। उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी पिछड़ों की विरोधी है। नगर निकाय के चुनाव में पिछड़ों का हक मारने के लिए जानबूझकर आरक्षण कराया गया। बीजेपी सरकार बिना ओबीसी आरक्षण के चुनाव करवाना चाहती है। संजय सिंह ने सीएम योगी पर निशाना साधते हुए कहा कि सही सर्वे कराकर ओबीसी आरक्षण दो फिर चुनाव कराओ वर्ना सड़कों पर आंदोलन होगा। संजय सिंह ने कहा कि मोदी जी, योगी जी, केशव मौर्य जी कहां छिपे हो सामने आओ। पिछड़ों का हक क्यों मारा ये साफ बताओ। नौकरी में आरक्षण छीना, चुनाव में आरक्षण छीना। उन्होंने कहा कि बीजेपी का वश चले तो पिछड़ों के जीने का हक भी छीन ले।
बाइट- संजय सिंह, राज्यसभा सांसद-
बता दें कि यूपी में नगर निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण लागू करने में उचित प्रक्रिया का पालन न करने का सरकार पर आरोप लगाया गया था। याचिकाकर्ताओं ने इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में जनहित याचिका दायर की थी। इस पर कोर्ट ने चुनाव की अधिसूचना जारी करने पर रोक लगा दी थी। दरअसल याचिकाकर्ता चाहते थे कि ओबीसी आरक्षण को लागू करने से पहले ट्रिपल टेस्ट की औपचारिकता पूरी कर ली जाए लेकिन सरकार का तर्क था कि 2017 में हुए रैपिड सर्वे को ही इसका आधार माना जाए।