पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकरा हर तबका हर वर्ग के हित में काम कर रही है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के जानकारी में आई थी कि एक नेशनल लेवल का हॉकी प्लेयर मजदूरी करके अपनी जिंदगी बसर कर रहा है। सीएम मान ने तुरंत ही उनकी सुध ली और उनसे व्यक्तिगत तौर पर संपर्क साधा। पंजाब के फरीदकोट क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर पर कई मेडल जीतने के बावजूद परमजीत सिंह अपने परिवार का पालन पोषण करने के लिए अनाज मंडी में मजदूरी करने को मजबूर हैं। राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी परमजीत सिंह को अब प्रदेश के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मदद का आश्वासन दिया है। गणतंत्र दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने परमजीत सिंह को फोन करके उसके बारे में तमाम जानकारी ली और उसे 1 फरवरी को चंडीगढ़ आकर सीएम हाउस में मुलाकात करने का निमंत्रण दिया ताकि उनकी प्रतिभा का सम्मान किया जा सके।
फरीदकोट के राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी परमजीत सिंह की प्रतिभा किसी भी मायने में कम नहीं रही। उन्होंने छात्र जीवन के दौरान ही राष्ट्रीय स्तर के 9 हॉकी मुकाबलों में हिस्सा लेकर 5 गोल्ड मेडल जीतकर देश और प्रदेश का नाम रौशन किया है। इसके अलावा दो बार राष्ट्रीय स्तर की टीम में जगह बनाई लेकिन सरकार और प्रशासन की अनदेखी की वजह से इन दिनों वो अपना परिवार का पालन पोषण करने के लिए मजदूरी करने को मजबूर हो गए और अनाज मंडी में पल्लेदारी करने लगे
मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले और पंजाब में जन्मे परमजीत सिंह के पिता फरीदकोट के सरकारी बरजिंद्रा कॉलेज में माली का काम किया करते थे। कॉलेज में खिलाड़ियों को मैदान में देखकर ही उसने भी हॉकी खेलने की ललक हुई और जल्द ही अपने बेहतरीन प्रदर्शन की बदौलत वे सबकी नजरों में छा गए। उन्होंने एनआईएस पटियाला में दाखिला हासिल करके 6वीं से 12वीं कक्षा की पढ़ाई की। जूनियर और सीनियर वर्ग की राष्ट्रीय खेलों में उसका 9 बार चयन हुआ और उन्होंने 5 बार मेडल जीते। इसके बाद उन्होंने इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड और पंजाब पुलिस की तरफ से कॉन्ट्रैक्ट साइन करके मैदान में जौहर दिखाए लेकिन बाद में वो कहीं अंधेरे में खो गए और किसी ने उनकी सुध नहीं ली। परिवार का पालन पोषण करना था इसलिए मजदूरी करने का फैसला किया।
अब पंजाब के सीएम भगवंत मान के आश्वासन और आमंत्रम पर परमजीत सिंह काफी खुश हैं उन्होंने बताया कि सीएम मान ने उन्हें फोन किया और उसे चंडीगढ़ बुलाया है साथ ही उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने उसके साथ करीब 8-10 मिनट तक बात करते हुए कहा कि पंजाब की खेलों में अच्छी प्रतिभा रही है लेकिन पिछली सरकारों ने उसे संभालने के लिए कोई ध्यान नहीं दिया। उन्होंने बताया कि पहले सीएम मान ने खुद बात की थी और उसके बाद उनके पीए ने फोन करके अपना नंबर सेव करने को कहा और वीडियो कॉल के माध्यम से सीएम मान को दिखाया।