सॉफ्टवेयर इंजीनियर, कृपया कॉल नहीं करें, दूल्हा छांटने की तरकीब से वायरल हुआ मैट्रिमोनियल एड
कहते हैं कि जोड़ी ऊपर वाला बनाकर भेजता है, लेकिन नीचे उसे ढूंढने में काफी मेहनत की जाती है। रिश्तेदारों से लेकर मैट्रिमोनियल एड और वेबसाइट तक दूल्हा और दुल्हन की तलाश की जाती है
Matrimonial Aid: कहते हैं कि जोड़ी ऊपर वाला बनाकर भेजता है, लेकिन नीचे उसे ढूंढने में काफी मेहनत की जाती है। रिश्तेदारों से लेकर मैट्रिमोनियल एड और वेबसाइट तक दूल्हा और दुल्हन की तलाश की जाती है, लेकिन कभी-कभी यही मैट्रिमोनियल एड खबर बन जाते हैं। अब ऐसे ही एक पेपर में अजीबोगरीब एड की कटिंग सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसमें साफ कहा गया है कि सॉफ्टवेयर इंजीनियर कॉल नहीं करें।
सॉफ्टवेयर इंजीनियर दुल्हन को नहीं चाहिए -
अक्सर एड में अपना जीवन साथी खोजने वाला शख्स अपनी मांग रखता है, जैसा वो अपने हमसफर में देखना चाहता है। रंग, कद और जॉब से लेकर तमाम चीजों का जिक्र विज्ञापन में किया जाता है, लेकिन अब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ मैट्रिमोनियल एड का स्क्रीनशॉट शादी के लिए आईटी इंजीनियर को कॉल करने से साफ मना कर रहा है।
24 वर्षीय एमबीए दुल्हन को चाहिए ऐसा दूल्हा -
दरअसल, अखबार का विज्ञापन दूल्हे की तलाश में है, जो खासतौर पर "सॉफ्टवेयर इंजीनियर" की चाहत नहीं रखता है। इस एड को बिजनेसमैन समीर अरोड़ा ने ट्विटर पर शेयर किया है। इस पोस्ट में एक न्यूज पेपर का मैट्रिमोनियल एड देखा जा सकता है, जिसमें बताया गया है कि 24 वर्षीय एमबीए, अमीर बिजनेस फैमिली बैकग्राउंड की गोरी और सुंदर लड़की के लिए दूल्हे की तलाश है। परिवार सेम कास्ट का एक दूल्हा चाहता था, जो आईएएस/आईपीएस, वर्किग डॉक्टर (पीजी), उद्योगपति/व्यवसायी हो।
''आईटी का भविष्य इतना अच्छा नहीं लग रहा'' -
विज्ञापन के अंत में कहा गया है, "सॉफ्टवेयर इंजीनियर कृपया कॉल न करें"। समीर अरोड़ा ने इस फोटो पर कैप्शन के साथ लिखा कि आईटी का भविष्य इतना अच्छा नहीं लग रहा है। अब यह पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। यूजर्स अपने ही तरह से अलग-अलग रिएक्शन दे रहे हैं।
यूजर बोले- गजब बेइज्जती है -
एक यूजर ने लिखा कि विज्ञापन को देखें तो पूरे देश का भविष्य इतना अच्छा नहीं लगता। एक अन्य यूजर ने कमेंट किया, 'आईटी के बिना भविष्य अच्छा नहीं हो सकता। वहीं एक शख्स ने जाति को लेकर सवाल उठाया। उसने लिखा कि अमीर वर्ग एक ही जाति की तलाश में है, और कहते हैं कि जातिवाद कहां है। ऐसे ही एक यूजर ने मजे लेते हुए लिखा कि गजब बेइज्जती है सॉफ्टवेयर इंजीनियर की। वहीं एक और यूजर ने लिखा कि क्या इतने बुरे हैं हम इंजीनियर।