'सरकार बदलने पर हिंदुओं के खिलाफ कार्रवाई...' क्या है राहुल गांधी के वायरल वीडियो की सच्चाई?
Rahul Gandhi viral clip fact check: बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार के कई मामले लगातार सामने आ रहे हैं. इसी बीच राहुल गांधी का एक वीडियो काफी वायरल हो रहा हैं, जिसमें वो बीजेपी के सत्ता से बाहर होने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की बात कहते हुए नज़र आ रहे हैं. ऐसे में इस वीडियो में कितनी सच्चाई हैं, आइए जानते हैं.
Rahul Gandhi viral clip fact check: जहां बांग्लादेश में इन दिनों हिंदुओं पर अत्याचार की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं. तो इसी बीच राहुल गांधी का एक वीडियो काफी वायरल हो रहा हैं. वीडियो में दावा किया जा रहा है कि राहुल गांधी ने कहा है कि बीजेपी जब सत्ता से बाहर होगी, तब उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इस वीडियो को इस तरह पेश किया गया है जैसे राहुल गांधी हिंदुओं को धमकी दे रहे हो कि बीजेपी के सत्ता से हटने के बाद उनकी स्थिति बांग्लादेश से भी बदतर हो जाएगी.
सच्चाई क्या है?
जब इस वीडियो की जांच हुई तो पता चला कि यह दावा पूरी तरह से गलत और भ्रामक है. वायरल वीडियो को संदर्भ से काटकर पेश किया गया है. राहुल गांधी का यह बयान इलेक्टोरल बॉन्ड योजना से संबंधित था, जिसमें बीजेपी और अन्य संस्थाओं की भूमिका पर सवाल उठाए गए थे. ये वीडियो राहुल गांधी के बयान को तोड़-मरोड़कर सोशल मीडिया पर ‘हिंदुओं को धमकी’ के रूप में पेश किया गया.
राहुल गांधी का यह बयान उनके आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर 15 मार्च, 2024 को अपलोड किए गए वीडियो में देखा जा सकता है. वीडियो का शीर्षक था "इलेक्टोरल बॉन्ड: नरेंद्र मोदी का वसूली रैकेट"
असल वीडियो में राहुल गांधी ने कहा था कि CBI, चुनाव आयोग और प्रवर्तन निदेशालय (ED) अब बीजेपी और RSS के उपकरण बन गए हैं. ये अब भारत के स्वतंत्र संस्थान नहीं रहे. अगर ये संस्थाएं अपना काम करतीं, तो यह सब नहीं होता. जो लोग ऐसा कर रहे हैं, उन्हें भी सोचना चाहिए कि एक दिन बीजेपी सरकार बदल जाएगी और तब उनके खिलाफ कार्रवाई होगी. ऐसी कार्रवाई होगी कि दोबारा ऐसा कुछ न हो. (अनुवादित)
जब सरकार बदलेगी तो ‘लोकतंत्र का चीरहरण’ करने वालों पर कार्रवाई ज़रूर होगी!
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 29, 2024
और ऐसी कार्रवाई होगी कि दोबारा फिर किसी की हिम्मत नहीं होगी, ये सब करने की।
ये मेरी गारंटी है।#BJPTaxTerrorism pic.twitter.com/SSkiolorvH
इससे ये साबित हो गया कि वायरल क्लिप में वे हिंदुओं की नहीं, बल्कि सीबीआई, ईडी और ईसीआई जैसी संस्थाओं की बात कर रहे थे.