Giriraj Singh's controversial statement: केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता गिरिराज सिंह किशनगंज में हिंदू स्वाभिमान यात्रा के दौरान अपने भड़काऊ बयानों के लिए आलोचना का सामना कर रहे हैं. उन्होंने हिंदुओं से 'बल से जवाब देने' का आग्रह किया और तलवार, भाले और त्रिशूल के उपयोग की वकालत की, जिससे राजनीतिक माहौल में चिंता बढ़ गई है और संभावित सांप्रदायिक तनाव की आशंका उत्पन्न हो गई है. उनके इस बयान का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, सिंह, जो अपने आक्रामक और विवादास्पद बयानों के लिए जाने जाते हैं, वह हिंदू स्वाभिमान यात्रा के तहत सीमांचल क्षेत्र में गए थे. इस दौरान यात्रा में गिरिराज सिंह ने कहा, 'अगर यह घुसपैठिए, यह मुसलमान अगर हमें एक थप्पड़ मारे सब जमा होकर के उसे 100 थप्पड़ मारेंगे.'
उन्होंने आगे कहा कि अगर ऐसा करेंगे तो भाइयों बहनों दोनों से कह रहा हूं कि महादेव की सौगंध और हाथ उठाकर का कहो हर हर महादेव. इसलिए मैं कह रहा हूं सब मिलकर के इकट्ठा हो और एक साथ रहोगे तो सुरक्षित रहोगे वर्ना बटेंगे तो कटेंगे. इसलिए सब लोग अपने घर में महादेव का दिया हुआ, देवी का दिया हुआ, दुर्गा मैया के हाथ में तलवार रहता है ना, शंकर जी के हाथ में त्रिशूल रहता है ना, भाला भी रहता है ना, अपने अपने घर में उसकी पूजा करो, और कोई आए दुश्मन तो उससे अपनी रक्षा भी करो.
इस बयान के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जवाबदेही की मांग की गई है, राजनीतिक नेताओं और स्थानीय नागरिकों ने कानून और व्यवस्था बनाए रखने के मामले में सरकार के रुख पर सवाल उठाए हैं. आलोचकों ने पूछा, 'क्या गिरिराज सिंह को खुलेआम दंगे भड़काने के लिए विशेष अनुमति मिली है?' उन्होंने कुमार से आग्रह किया कि वे इस मामले को संबोधित करें जिसे कुछ लोग अनियंत्रित उकसावे के रूप में देखते हैं. बिहार सरकार की स्पष्ट चुप्पी ने कानून प्रवर्तन और शांति को बढ़ावा देने में सरकारी अधिकारियों की जिम्मेदारियों के बारे में बहस को तेज कर दिया है.
इस घटना ने कानूनी कार्रवाई को भी जन्म दिया है, क्योंकि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम से जुड़े इम्तियाज आलम ने किशनगंज कोर्ट में सिंह के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. सिंह की हिंदू स्वाभिमान यात्रा जारी रहने के बीच राजनीतिक पर्यवेक्षकों ने चेतावनी दी है कि आगे की भड़काऊ टिप्पणियों से तनाव बढ़ सकता है, इसलिए इस विवादास्पद यात्रा के बीच जिम्मेदार नेतृत्व की जरूरत है. First Updated : Tuesday, 29 October 2024