'IndiGo एक स्कैम है...', फ्लाइट में बैगेज पर ओवरचार्जिंग को लेकर IIT दिल्ली की पूर्व छात्रा का बड़ा आरोप
IIT दिल्ली की पूर्व छात्रा ईशा ने IndiGo एयरलाइंस पर अतिरिक्त सामान शुल्क के नाम पर ठगी करने का आरोप लगाया. उन्होंने बताया कि दिल्ली एयरपोर्ट पर अतिरिक्त वजन के आरोप में अतिरिक्त शुल्क लिया गया, जबकि बेंगलुरु पहुंचने पर उनका सामान सीमा में था.
IIT दिल्ली की पूर्व छात्रा, ईशा ने IndiGo एयरलाइंस पर अतिरिक्त सामान शुल्क के नाम पर ठगी करने का आरोप लगाया है. LinkedIn पर अपने अनुभव को साझा करते हुए, उन्होंने IndiGo को 'स्कैम' करार दिया और एयरलाइंस पर नाराजगी जताई. उन्होंने पोस्ट करते हुए लिखा कि IndiGo एक धोखा है! हाल ही में मैंने दिल्ली से बेंगलुरु की यात्रा IndiGo (InterGlobe Aviation Ltd) के साथ की, और यह अनुभव निराशाजनक रहा.
ऐसा क्या हुआ था?
ईशा के अनुसार, दिल्ली एयरपोर्ट पर चेक-इन के दौरान उन्हें बताया गया कि उनके सामान का वजन 15 किलोग्राम की सीमा से 7 किलोग्राम ज्यादा है. ईशा ने बताया कि मैंने घर पर अपने सामान का वजन मापा था और मुझे पूरा यकीन था कि यह सीमा के आस-पास है. लेकिन समय की कमी के कारण और अपनी फ्लाइट पकड़ने के लिए मजबूर होकर, मुझे ₹4,200 का अतिरिक्त शुल्क चुकाना पड़ा.
सच्चाई का खुलासा बेंगलुरु में हुआ
बेंगलुरु पहुंचने के बाद, ईशा ने फिर से अपने सामान का वजन मापा और पाया कि यह 15 किलोग्राम की सीमा के भीतर ही था.
उन्होंने कहा कि बेंगलुरु पहुंचकर मैंने फिर से अपना सामान चेक किया और पाया कि वजन सीमा के भीतर ही था. यह स्पष्ट रूप से IndiGo की गलती थी.
IndiGo का जवाब
बेंगलुरु एयरपोर्ट पर IndiGo के कर्मचारियों ने गलती स्वीकार की और उन्हें ईमेल के माध्यम से मामला बढ़ाने का सुझाव दिया. हालांकि, ईशा ने दावा किया कि कई कॉल, ईमेल और शिकायतों के बावजूद उन्हें कोई समाधान या रिफंड नहीं मिला. उन्होंने कहा कि यह निराशाजनक है कि एक प्रतिष्ठित एयरलाइन इस तरह के धोखाधड़ी भरे तरीकों का सहारा ले रही है. मैं 4,200 रुपये की पूरी राशि वापस और असुविधा के लिए मुआवजा मांगती हूं.
IndiGo ने उनकी पोस्ट पर जवाब देते हुए लिखा कि हमने आपके ट्विटर पोस्ट पर पहले ही प्रतिक्रिया दी है. कृपया किसी एक प्लेटफॉर्म पर बने रहें ताकि कोई भ्रम न हो. हालांकि, ईशा ने असंतोष व्यक्त करते हुए कहा कि इस पोस्ट का उद्देश्य है: 1. जागरूकता फैलाना, 2. IndiGo की ओर से अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई
सार्वजनिक प्रतिक्रिया और जागरूकता
ईशा की पोस्ट वायरल हो गई और कई यूजर्स ने सामान शुल्क नीतियों को लेकर अपनी चिंताएं साझा की.
एक यूजर ने लिखा- यह जानकर दुख होता है कि यात्रियों को अतिरिक्त सामान वजन के बारे में इतने सालों से गुमराह किया गया हो सकता है. दूसरे ने कहा कि एयरपोर्ट पर हुई गलतियां ईमेल के जरिए नहीं सुधारी जा सकती. यह यात्रियों को भटकाने की उनकी रणनीति है.